केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 01 से 15 जुलाई तक आयोजित होने वाली कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है। सीबीएसई बोर्ड ने गुरुवार, 25 जून 2020 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया कि, छात्रों के परिणाम पिछली तीन परीक्षाओं के आंतरिक मूल्याकंन के आधार पर तैयार किया जाएगा। हालांकि, कोरोनावायरस महामारी के कारण रद्द होने वाली बोर्ड की परीक्षाएं हालात ठीक होने पर फिर से आयोजित की जाएंगी। ये परीक्षाएं छात्रों के लिए एक विकल्प के तौर पर होंगी, जिसके माध्यम से इच्छुक छात्र अपनी परफॉर्मेंस में सुधार कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड को आंतरिक मूल्यांकन के लिए योजना को इंगित करने वाली अधिसूचना जारी करने के लिए कहा है। बोर्ड ने कहा है कि वह कल ही इसकी सूचना देगा। सुप्रीम कोर्ट कल सुबह 10.30 बजे इस मामले पर अपना आदेश पारित करेगा।

प्रधान पब्लिक प्रोसेक्यूटर तुषार मेहता ने अदालत को बताया कि, कक्षा 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए अंक अंतिम के रूप में होंगे। उन्होंने SC को सूचित किया कि, सीबीएसई ने कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी है और कोई और परीक्षा नहीं होगी। कक्षा 10 की परीक्षा रद्द कर दी गई है जबकि कक्षा 12 के छात्रों के पास एक विकल्प होगा। दरअसल, कक्षा 12 के अलावा, CBSE को दिल्ली के पूर्वोत्तर क्षेत्र से संबंधित कक्षा 10 के छात्रों के लिए लंबित परीक्षा भी आयोजित करनी थी, जो इस साल की शुरुआत में हिंसा से प्रभावित था। विशेष योजना के तहत परिणाम इस महीने घोषित किए जा सकते हैं।

वहीं इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (ICSE) बोर्ड का प्रतिनिधित्व करते हुए सीनियर वकील जयदीप गुप्ता ने कहा कि, “हम कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा भी रद्द कर देंगे। हम एक ही बार में मूल्यांकन परिणाम घोषित करेंगे। बाद में, हम बोर्ड परीक्षा आयोजित कर सकते हैं।”

बता दें कि, CBSE के साथ-साथ CISCE भी इस साल ICSE, ISC परीक्षा आयोजित नहीं करेगी। इस घोषणा का असर सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ-साथ JEE मेन और NEET 2020 सहित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं पर भी पड़ने वाला है।