मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्थगित CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं के बचे हुए एग्जाम 1 जुलाई से 15 जुलाई 2020 के बीच आयोजित कराने की बात कही है। HRD मंत्री रमेश पोखरियाल ने ट्विटर पर जारी वीडियो में यह सूचना दी है। सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं के किन विषयों के एग्जाम लेने वाला है इसकी जानकारी पहले ही दी जा चुकी है। बोर्ड ने ऐसे 29 विषयों की लिस्ट तैयार की है। दूसरी ओर, देश के 3000 सीबीएसई स्कूलों को मूल्यांकन केंद्र के रूप में चुना गया है। इन केंद्रों से, मूल्यांकन के लिए करीब 1.5 करोड़ से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों के घर भेजी जाएंगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि यह प्रक्रिया लगभग 50 दिनों में पूरी होगी।
CBSE Board class 10 12 exam date 2020: Check Schedule
अब सभी स्टूडेंट्स को यह पता है कि 10वीं और 12वीं के किन किन विषयों के एग्जाम होने हैं, जिसकी पूरी सूची सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट और हमारे अपडेट्स में भी मिल जाएगी। दिल्ली सरकार ने 11 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश की भी घोषणा कर दी है। इसलिए छात्रों के पास अब परीक्षाओं की तैयारी के लिए काफी समय है, वे बिना कनफ्यूजन के घर पर रहकर तैयारी कर सकते हैं। आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई कर रहे हैं।
Sarkari Naukri-Result 2020 LIVE Updates: Check Here
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। बोर्ड 1 जुलाई से परीक्षाएं लेनी शुरू कर देगा।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, केंद्र संचालित स्कूल बोर्ड परीक्षा की कॉपियां टीचर्स को घर पर देने की योजना बना रहा है और इसलिए, राज्य प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है। टीचर्स वर्क फ्रॉम होम करते हुए कॉपियां चेक करें तो रिजल्ट जल्द जारी हो सकते हैं।
बोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
पिछले सप्ताह बोर्ड ने एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें अभिभावकों द्वारा बोर्ड से पूछे गए सवालों के जवाब दिए गए। बोर्ड ने अधिकांश सवालों के जवाब दिए हैं तथा इसके संबंध में pdf भी जारी की है जिससे छात्रों को या अभिभावकों को अपनी समस्या का समाधान आसानी से मिल सके।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
सीबीएसई और फिट इंडिया, सरकार का प्रमुख फिटनेस आंदोलन, COVID-19 महामारी के कारण देश भर में लॉकडाउन के दूसरे चरण में फिट रहने के लिए बुधवार से स्कूली छात्रों के लिए लाइव फिटनेस सेशन शुरू की है।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
बोर्ड ने कहा था कि कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्रों के लिए 29 विषयों की शेष सभी परीक्षाएं होंगी।
पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों में 12वीं क्लास के लिए अंग्रेजी इलेक्टिव - एन, 2. अंग्रेजी इलेक्टिव -सी, इंग्लिश कोर, गणित, इकोनॉमिक्स, बायोलॉजी, राजनीति विज्ञान, इतिहास, फीजिक्स, अकाउंट्स और केमिस्ट्री की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
मंत्री ने यह भी बताया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2020 18 जुलाई से 23 जुलाई तक आयोजित की जाएगी, जबकि जेईई एडवांस 2020 अगस्त में आयोजित किया जाएगा। NEET परीक्षा 2020 अब 26 जुलाई को होगी।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सीबीएसई को 1 जुलाई से 15 जुलाई तक बची हुईं बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए कहा है। सीबीएसई प्रवेश परीक्षा अनुसूची के आधार पर परीक्षा की तारीखें तय करता है ताकि तारीखों में टकराव न हो।
फरवरी परीक्षा के लिए, CBSE ने भारत में कक्षा 12 के लिए कक्षा 10 और 4983 के लिए 5376 परीक्षा केंद्र बनाए थे। इसके अतिरिक्त, कक्षा 10 के लिए 79 परीक्षा केंद्र और कक्षा 12 के लिए 72 केंद्र विदेशी स्कूलों में कार्यात्मक थे।
इस वर्ष कक्षा 10 में कुल 18,89,878 और कक्षा 12 में 12,06,893 उम्मीदवार हैं। इनमें से 788195 लड़कियां, 1101664 लड़के और 10 कक्षा में 19 ट्रांसजेंडर हैं, जबकि 5,22,819 लड़कियां, 684068 लड़के, और 12 वीं कक्षा में 6 ट्रांसजेंडर हैं, जो इस साल CBSE बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित हो रहे हैं।
1. व्यापार अध्ययन,
2. भूगोल,
3.हिंदी (वैकल्पिक),
4.हिंदी (कोर),
5. विज्ञान,
6.Sociology,
7. कंप्यूटर विज्ञान (पुराना),
8. कंप्यूटर विज्ञान (नया),
9. सूचना अभ्यास (पुराना)
10. सूचना अभ्यास (नया),
11. सूचना प्रौद्योगिकी,
12.बायो- तकनीक
(केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली के लिए आयोजित किए जाएंगे)
1.हिंदी कोर्स ए,
2.हिंदी कोर्स बी,
3. खेल कॉम,
4. अंग्रेजी भाषा और साहित्य;
5. विज्ञान,
6. सामाजिक विज्ञान
CBSE 10वीं और 12वीं के महत्वपूर्ण 29 विषयों की परीक्षाओं के परिणाम अगस्त-अंत तक घोषित किए जा सकते हैं। इससे पहले कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जेईई एडवांस के लिए मेरिट सूची घोषित होने की उम्मीद है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि यह प्रक्रिया लगभग 50 दिनों में पूरी होगी।
देश के 3000 सीबीएसई मूल्यांकन केंद्र से, मूल्यांकन के लिए करीब 1.5 करोड़ से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों के घर भेजी जाएंगी।
सीबीएसई कॉपियों की चेकिंग को फिर से शुरू करने पर भी काम कर रहा है, जिसे मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण रोक दिया गया था। इसके लिए देश के 3000 सीबीएसई स्कूलों को मूल्यांकन केंद्र के रूप में चुना गया है।
अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। बोर्ड ने गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी दी है जिसके लिए बोर्ड लिखित सूचना भी जारी कर चुका है। छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी पर ही भरोसा करें।
सीबीएसई कॉपियों की चेकिंग को फिर से शुरू करने पर भी काम कर रहा है, जिसे मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण रोक दिया गया था। जिन विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, उनमें से एक एग्जामिनर्स के घर तक आंसर स्क्रीप्ट हो पहुंचाना भी है।
कक्षा 12 के लिए, सीबीएसई व्यावसायिक अध्ययन, भूगोल, हिंदी (कोर), हिंदी (वैकल्पिक), गृह विज्ञान, समाजशास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान (पुराना), कंप्यूटर विज्ञान (नया), सूचना अभ्यास (पुराना), सूचना अभ्यास ( नई), सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी। इसके अलावा, 12वीं के जो एग्जाम नॉर्थ ईस्ट दिल्ली दंगे दौरान स्थगित हुए थे वे भी कराए जाएंगे।
कक्षा 12 के लिए, सीबीएसई व्यावसायिक अध्ययन, भूगोल, हिंदी (कोर), हिंदी (वैकल्पिक), गृह विज्ञान, समाजशास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान (पुराना), कंप्यूटर विज्ञान (नया), सूचना अभ्यास (पुराना), सूचना अभ्यास ( नई), सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी। इसके अलावा, 12वीं के जो एग्जाम नॉर्थ ईस्ट दिल्ली दंगे दौरान स्थगित हुए थे वे भी कराए जाएंगे।
कक्षा 10 के लिए, केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली के छात्रों के लिए परीक्षा, जो दंगों के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सके थे।
1 अप्रैल को, CBSE ने घोषणा की थी कि वह उन 90 विषयों में से 29 विषयों के लिए परीक्षा आयोजित करेगा, जो उस समय देश भर में लॉकडाउन लागू किए गए थे।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने घोषणा की है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) 10वीं और 12वीं की बची हुईं परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित करेगा।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं, 12वीं बोर्ड एग्जाम से जुड़ी जानकारी पढ़ने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर या इस डायरेक्ट लिंक https://cbse.nic.in/newsite/attach/PRESS RELEASE 01.04.20.pdf पर विजिट कर सकते हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।