बिहार में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा अपडेट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से आया है, जिन्होंने शुक्रवार को राज्य में सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा के लिए एक समान शुल्क की घोषणा की है, जो कि 100 रुपये है, जिसका अर्थ है उम्मीदवार किसी भी श्रेणी या वर्ग से आता हो सभी को एक समान शुल्क ही अदा करना होगा। इसके अलावा प्रारंभिक परीक्षा पास कर मुख्य परीक्षा के लिए पात्र उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा यानी मेन्स के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।
क्यों उठाया गया ये कदम ?
प्रीलिम्स यानी प्रारंभिक परीक्षा पर एक समान 100 रुपये शुल्क लागू करने के कदम पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस फैसले से सरकारी नौकरी के इच्छुक लाखों युवाओं को फायदा होगा। राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही यह फैसला लिया गया।
मुख्यमंत्री ने हिंदी में X पर एक पोस्ट में कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि राज्य स्तरीय सरकारी नौकरियों के लिए सभी आयोगों द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) के शुल्क में एकरूपता लाने और उम्मीदवारों को शुल्क में महत्वपूर्ण छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों से केवल 100 रुपये शुल्क लेने के निर्देश दिए गए हैं। प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले और मुख्य परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों को अब कोई परीक्षा शुल्क नहीं देना होगा।”
बिहार में कौन जारी करता है सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाएं ?
राज्य सरकार की नौकरियों के लिए भर्ती परीक्षाओं का आयोजन बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार कर्मचारी चयन आयोग, बिहार तकनीकी सेवा आयोग, बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग और केंद्रीय कांस्टेबल चयन बोर्ड आदि द्वारा किया जाता है।
सीएम नीतीश ने बताई अपनी प्राथमिकता
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान करना शुरू से ही उनकी सरकार की प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा, “राज्य के युवाओं को अवसर प्रदान करने और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हमारी सरकार ने कई ठोस कदम उठाए हैं। अब, हमने युवाओं के हित में यह निर्णय लिया है।”