स्कूली बच्चों के लिए भारी-भरकम बैग लेकर स्कूल जाना हमेशा से ही एक बहस का मुद्दा रहा है। इस विषय पर खूब चर्चाएं हुई हैं कि छोटे-छोटे बच्चों पर पढ़ाई का इतना लोड डाल दिया जाता है कि उन्हें भारी बैग लेकर स्कूल जाना होता है। समय-समय पर बच्चों की इस समस्या का हल निकालने की बात उठी है। सरकारों ने भी समय-समय पर ऐसे कदम उठाए हैं जिससे कि बच्चों को भारी बैग से निजात मिली है। इस बीच दिल्ली सरकार ने भी दिल्ली के स्कूलों में 10 ‘बैगलेस डे’ को लागू कर करने का आदेश दिया है।
6वीं से 8वीं तक के बच्चों पर लागू होगा आदेश
मंगलवार को शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी एक सर्कुलर में कहा गया कि दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 10 ‘बैगलेस डे’ लागू किया जाए। इस सर्कुलर के लागू होते ही बच्चों को 10 दिन के लिए स्कूल बैग से निजात मिल जाएगी। दिल्ली सरकार का यह आदेश कक्षा 6वीं से 8वीं तक के बच्चों पर लागू होगा। सरकार ने यह निर्देश नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 की सिफारिश के आधार पर दिए हैं।
डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन के सर्कुलर में कहा गया है कि इस आदेश का उद्देश्य स्कूल में छात्रों की लर्निंग को एक अलग अनुभव देना है। साथ ही बैगलेस डे से बच्चे तनाव मुक्त रहेंगे और उन्हें एक अलग एक्सपीरियंस मिलेगा। सर्कुलर में कहा गया है कि गतिविधियों को सावधानी से चुना जा सकता है ताकि स्कूल के पास उपलब्ध संसाधनों का इष्टतम उपयोग किया जा सके।
सर्कुलर में आगे कहा गया है कि हैप्पीनेस करिकुलम या घूमने-फिरने आदि गतिविधियों को बैगलेस डे में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा छात्र ऐतिहासिक स्मारकों, सांस्कृतिक स्थलों, शिल्प केंद्रों, पर्यटन स्थलों और कई अन्य स्थानों पर जा सकते हैं। वे कलाकारों और शिल्पकारों से मिल सकते हैं, विभिन्न अवधारणाओं और परंपराओं के बारे में अपनी समझ बढ़ा सकते हैं और विरासत को संरक्षित करने के महत्व को समझ सकते हैं।