अपने बयानों से अकसर विवाद पैदा करने वाले भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मुस्लिमों के बीच ‘‘उच्च’’ प्रजनन दर से जनसंख्या असंतुलन हो सकता है और उन्होंने हाल में जारी जनसंख्या आंकड़े का हवाला दिया।
बाघरा गांव में कल शाम योग साधना यशवीर आश्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिमों में अपेक्षाकृत उच्च प्रजनन दर से जनसंख्या का गंभीर अंसतुलन पैदा होगा।’’
धर्म पर आधारित जारी नवीनतम आंकड़े के मुताबिक मुस्लिम समुदाय में 2001 और 2011 के बीच 0.8 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और इन दस वर्षों में उनकी आबादी 13.8 करोड़ से बढ़कर 17.22 करोड़ हो गई है जबकि हिंदू जनसंख्या में 0.7 फीसदी की कमी आई है।
आदित्यनाथ ने ‘लव जिहाद’ का मुद्दा भी उठाया। कुछ हिंदू समूहों ने प्यार और शादी के माध्यम से गैर मुस्लिम लड़कियों को इस्लाम में परिवर्तित करने के कथित प्रयास को लेकर इस शब्द का इजाद किया है और इसे मुस्लिम आबादी में बढ़ोतरी से जोड़ा है। उन्होंने ‘‘हिंदू अभिभावकों से अपील की कि अपनी बेटियों को इस खतरे के बारे में जानकारी दें।’’
भाजपा नेता ने भी समान नागरिक संहिता की वकालत की। आदित्यनाथ ने कहा कि इराक और सीरिया के इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी लोगों की हत्या करने में व्यस्त हैं लेकिन मुस्लिम मौलवी उनका ‘‘विरोध नहीं’’ कर रहे हैं। गोरखपुर के सांसद ने कहा कि मौलवियों को आतंकवादी समूहों के खिलाफ ‘‘फतवा जारी करना चाहिए।’’
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बाल्यान भी बैठक में मौजूद थे और उन्होंने दावा किया कि 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के सिलसिले में ‘‘निर्दोष’’ लोगों को गिरफ्तार किया गया।