देशद्रोह के एक मामले में जमानत पर रिहा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र और पिछले 11 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे उमर खालिद को शर्करा, सोडियम और पोटेशियम के स्तर में काफी गिरावट आ जाने के बाद एम्स ले जाया गया।

कथित तौर पर राष्ट्र-विरोधी नारेबाजी वाले नौ फरवरी के विवादित कार्यक्रम में खालिद के शामिल रहने पर उन्हें विश्वविद्यालय ने एक सेमेस्टर के लिए निष्कासित कर दिया था। उन्होंने खराब स्वास्थ्य के कारण अपनी भूख हड़ताल वापस ले ली।

जेएनयू छात्र संघ ने एक बयान में कहा है, तेजी से गिरते स्वास्थ्य के कारण उमर खालिद को अपनी भूख हड़ताल समाप्त करने पर विवश होना पड़ा। उनके खून में सोडियम-पोटेशियम स्तर में कमी के कारण रविवार मध्यरात्रि के बाद एम्स ले जाया गया।

कार्यक्रम के सिलसिले में विश्वविद्यालय द्वारा सजा सुनाए जाने के विरोध में छात्रों ने अपनी भूख हड़ताल शुरू की थी जिसमें जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार सहित सात छात्रों ने भूख हड़ताल वापस ले ली है जबकि 13 अन्य अभी भी अपनी भूख हड़ताल जारी रखे हुए हैं जो आज 12 वें दिन में प्रवेश कर गयी।