भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मुद्दे को ‘संवेदनशील’ मुद्दा बताया और इस पर एक उचित चर्चा का आह्वान करते हुए कहा कि इस मुद्दे को चुनावी मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।
शाह ने कहा कि भाजपा दिल्ली में अपने मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के साथ एकजुट खड़ी है और पार्टी में कोई आंतरिक फूट नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी दो तिहायी बहुमत से दिल्ली विधानसभा में शानदार जीत दर्ज करेगी।
उन्होंने इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंती नटराजन के मुद्दे को कांग्रेस का ‘‘आंतरिक मुद्दा’’ बताया जिससे उसे आंतरिक रूप से निपटना चाहिए। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि नटराजन उनके या उनकी पार्टी के सम्पर्क में हैं।
शाह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दिल्ली में और प्रचार करना चाहिए जैसा कि अन्य पार्टियों के नेता कर रहे हैं। उन्होंने इसे ‘‘गलत व्याख्या’’करार दिया कि कांग्रेस दिल्ली के चुनाव में लड़ाई में नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव अभी भी त्रिकोणी मुकाबला है। उन्होंने कहा कि पार्टी दिल्ली पर घोषणापत्र की बजाय एक या दो दिनों में दृष्टि पत्र लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में केंद्र सरकार का प्रदर्शन एक कारकों में होगा लेकिन यह एकमात्र कारक नहीं होगा।
शाह ने कहा कि भाजपा सभी चुनाव गंभीरता से लड़ती है। उन्होंने आप के अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा जिनकी पार्टी वीआईपी संस्कृति के खिलाफ लड़ाई लड़ती आयी है और जिन्होंने गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं बुलाये जाने को एक मुद्दा बनाया था। उन्होंने कहा कि वह केजरीवाल को बेदी के शपथ ग्रहण समारोह में वीआईपी आमंत्रण जरूर भेजेंगे।