भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) अगले शैक्षिक सत्र से विद्यार्थियों को उनकी मातृ भाषा में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराएंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। तकनीकी शिक्षा, विशेष रूप से इंजीनियरिंग की शिक्षा मातृ भाषा में देने का लाभकारी निर्णय लिया गया और यह अगले शैक्षिक सत्र से उपलब्ध होगा।
इसके लिए कुछ आइआइटी और एनआइटी को चुना जा रहा है। राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी (एनटीए) स्कूली शिक्षा बोर्ड से जुड़े समकालीन हालात का जायजा लेने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम लाएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को निर्देश दिया गया है कि वह सभी छात्रवृत्तियों, फेलोशिप आदि को समय पर दिया जाना सुनिश्चित करे और इस संबंध में हेल्पलाइन शुरू करके छात्रों की सभी समस्याओं का तुरंत समाधान करे।
एनटीए ने पिछले महीने ही हिंदी और अंग्रेजी के अलावा नौ क्षेत्रीय भाषाओं में जेईई की मुख्य परीक्षा कराने की घोषणा की थी। हालांकि आइआइटी ने अभी तक यह फैसला नहीं किया है कि क्या जेईई एडवांस की परीक्षा भी क्षेत्रीय भाषाओं में कराई जाएगी।
पंजाब में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू
पंजाब में नियमित प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस भर्ती के माध्यम से कुल 8,393 रिक्तियों को भरा जाएगा। आवेदन फॉर्म शिक्षा विभाग, पंजाब की आधिकारिक पर उपलब्ध हैं। इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की उम्र एक दिसंबर तक 18-37 साल के बीच होनी चाहिए। कुल रिक्तियों की संख्या में से, 3273 रिक्तियां सामान्य श्रेणी के लोगों के लिए, 839 पिछड़े वर्ग के लिए, 840 अनुसूचित जाति के लिए, 830 अनुसूचित जाति के लिए, अनुसूचित जाति के लिए 168 प्रत्येक (एक्स सर्विसमैन), अनुसूचित जाति (पूर्व सैनिक) और पिछड़ा वर्ग (पूर्व सर्विसमैन) और खिलाड़ियों (जनरल) के लिए 167 पद हैं।
हरियाणा सरकार विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट देगी
कोरोना महामारी और रोकथाम के लिए पूर्णबंदी एवं अन्य प्रतिबंधों के चलते बाधित हुई शैक्षणिक गतिविधियों से आॅनलाइन पढ़ाई का विकल्प विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध है। केंद्रीय बोर्ड एवं राज्यों के बोर्ड द्वारा आॅनलाइन शिक्षण को अनिवार्य रूप से लागू किया गया है और वर्तमान में महामारी की स्थिति को देखते हुए विद्यार्थियों के लिए सत्र 2020-21 मुख्य रूप से आॅनलाइन शिक्षा आधारित रहने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में जरूरी है कि सभी विद्यार्थियों के पास आॅनलाइन पढ़ाई से जरूरी संसाधन जैसे इंटरनेट और स्मार्टफोन/टैबलेट/लैपटॉप या कंप्यूटर उपलब्ध हों।
आर्थिक रूप से सक्षम परिवारों के बच्चों के पास तो ये संसाधन होते हैं, लेकिन आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के बच्चों के पास आॅनलाइन कक्षाओं के लिए न तो कोई डिजिटल उपकरण मौजूद होता है और न ही इंटरनेट। ऐसे में हरियाणा सरकार ने पहल करते हुए राज्य 8वीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट देने की घोषणा की है ताकि आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के बच्चे भी आॅनलाइन शिक्षा की व्यवस्था में अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
एनआइओएस ने परीक्षा कार्यक्रम जारी किया
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) ने माध्यमिक (कक्षा 10) और उच्चतर माध्यमिक (कक्षा 12) की जनवरी-फरवरी 2021 में आयोजित होने वाली परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी कर दिया है। उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं की परीक्षाएं 22 जनवरी से शुरू होंगी और पहला पेपर संस्कृत विषय का होगा। आखिर में व्यवसाय अध्ययन का पेपर 15 फरवरी को होगा।
माध्यमिक कक्षा की परीक्षाएं 22 जनवरी को हिंदुस्तानी संगीत के पेपर के साथ शुरू होंगी और सबसे अंत में रोजगार कौशल और कर्नाटक संगीत का पेपर 15 फरवरी को आयोजित किया जाएगा।