मध्य प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर ने खाने के जूठे पैकेट उठाए। मामला बड़वानी जिले का है यहां पर किसान सम्मेलन का आयोजन हुआ था। इसमें कलेक्टर के साथ ही सांसद और अन्य सरकारी अमला भी शामिल हुआ था। सम्मेलन के दौरान किसानों को खाने के पैकेट बांटे गए थे। किसानों ने खाने के बाद जगह-जगह उन जूठे पैकेट्स को फेंक दिया। कार्यक्रम पूरे होने के बाद खाने के जूठे पैकेट जगह-जगह बिखरे पड़े थे। मौके पर काफी गंदगी हो गई थी।
इस पर कलेक्टर तेजस्वी एस नायक ने खुद ही कचरे को उठाना शुरू कर दिया। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का अनुसरण किया। उन्हें देखकर वहां मौजूद बाकी लोगों ने भी कचरा उठाना और उसे कचरा गाड़ी में डालना शुरू कर दिया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य सरकारी अधिकारियों ने भी कलेक्टर की देखादेख कचरा उठाया और सफाई में हाथ बंटाया। इसका नतीजा यह हुआ कि थोड़ी देर में ही कार्यक्रम स्थल पर सफाई हो गई। लोगों ने कलेक्टर के बर्ताव की भी तारीफ की। गौरतलब है कि केंद्र सरकार स्वच्छता अभियान पर काफी जोर दे रही है और इस पर काफी पैसा भी खर्च हो रहा है। लेकिन नतीजे आशानुरुप नहीं आ रहे।
पीएम मोदी खुद भी कई बार झाड़ू उठाकर सफाई का संदेश दे चुके हैं। उनका कहना है कि 2019 में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर देश पूरी तरह से स्वच्छ हो जाए। इसके लिए केंद्र सरकार काफी काम भी कर रही है। देशभर में टॉयलेट बनाने का काम भी प्राथमिकता पर रखा गया है। साथ ही गांवों और शहरों को खुले में शौच से मुक्त करने को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है।

