इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज केविन पीटरसन अपने जन्मस्थान दक्षिण अफ्रीका के लिए खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी पर निगाह लगाए हैं और उन्होंने कहा कि यह ‘निश्चित रूप से एक विकल्प है’। मध्यक्रम के इस बल्लेबाज का इंग्लैंड के साथ करिअर 2013-14 एशेज में खेलने के बाद खत्म हो गया था जिसके चार साल बाद वे दक्षिण अफ्रीका के लिए 2018 में खेलने की पात्रता हासिल कर लेंगे। उन्हें ईसीबी ने ‘क्रिकेट कारणों’ से बर्खास्त कर दिया था।

पीटरसन 2018 तक 37 वर्ष के हो जाएंगे लेकिन अगर उनके शब्दों पर गौर किया जाए तो यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी की उम्मीद अभी तक नहीं छोड़ी है। पीटरसन इंडियन प्रीमियर लीग में अब अपना ताजा अभियान शुरू कर रहे हैं। इस बाबत पूछे जाने पर पीटरसन ने कहा- हां, यह मेरे दिमाग में है। अगर यह होता है तो यह होगा, अगर यह नहीं होता है तो यह नहीं होगा। निश्चित रूप से मैं काफी लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला हूं।

पीटरसन इस समय महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली नई आइपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई पूछे कि क्या मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कमी खलती है, क्या मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बल्लेबाजी की कमी खलती है तो इसका जवाब होगा कि हां, मुझे बहुत कमी खलती है इसलिये आप कुछ नहीं कह सकते। दक्षिण अफ्रीका के लिये खेलने की योग्यता अब भी एक साल दूर है। इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा लेकिन यह निश्चित रूप से एक विकल्प है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड से बुलावा भी निश्चित रूप से एक विकल्प है। मैं अभी बहुत अच्छे मूड में हूं।