वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी ने शनिवार (2 अप्रैल) को कहा कि टी20 विश्व कप में टीम की अप्रतिम सफलता विपरीत हालात में खिलाड़ियों की एकजुटता के कारण ही संभव हो सकी। अपने क्रिकेट बोर्ड के साथ भुगतान विवाद के कारण एक समय वेस्टइंडीज का टी20 विश्व कप में भाग लेना संदिग्ध हो गया था लेकिन यहां आने के बाद टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करके खिताब की प्रबल दावेदार भारतीय टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
सैमी ने यहां मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘लोग टी20 क्रिकेट में सफलता के कारण हमारी छवि पैसे के लालची क्रिकेटर की बना देते हैं लेकिन वे इस प्रारूप में हमारा सम्मान नहीं करते। कई बार हमारा अपना बोर्ड भी ऐसा करता है।’’ उन्होंने कहा कि जितना आलोचक उनके पीछे पड़ते हैं, उतनी ही टीम एकजुट होती ह। वह इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर मार्क निकोलस के कटाक्ष का जवाब दे रहे थे जिन्होंने एक लेख में वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को ‘दिमाग से पैदल’ बताया था।
उन्होंने कहा,‘‘आप हमें दिमाग से पैदल कैसे कह सकते हैं। जानवरों के भी दिमाग होता है। हम कोई निर्जीव वस्तु नहीं है। उस बयान से हमें अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिली। मैं उस व्यक्ति का सम्मान करता हूं और मेरा उससे अच्छा तालमेल है। हम चार साल पहले चैम्पियन थे और हमें दिमाग से पैदल कहने वाले की अपनी समझ कैसी होगी।’’
सैमी ने कहा,‘‘हर किसी को अपनी राय रखने का हक है। आप अच्छी स्टोरी के लिये कठिन सवाल पूछते हैं। हम समझते हैं । हमारी सफलता की कुंजी हमारा आत्मविश्वास है । वे कुछ भी कहें, मायने नहीं रखता।’’ उन्होंने कहा,‘‘भगवान बदसूरत लोगों से प्यार नहीं करते और हम बेहद खूबसूरत इंसान है और यही वजह है कि रोमांचक क्रिकेट खेलते हैं। टूर्नामेंट से पहले हमारे साथ बहुत कुछ हुआ लेकिन हम मैदान पर जुनून लेकर उतरते हैं । हमें खुद पर भरोसा रहता है कि हम ऐसा कर सकते हैं।’’
सैमी ने कहा कि बोर्ड के साथ अनुबंध विवाद ने खिलाड़ियों को एकजुट किया। उन्होंने कहा,‘‘यह कठिन सफर था। टूर्नामेंट से पहले बहुत कुछ हुआ लेकिन मेरा हमेशा से मानना रहा है कि सब कुछ एक कारण से होता है। टूर्नामेंट से पहले के घटनाक्रम ने हमें एक दूसरे के करीब लाया। ऐसा लग रहा था कि हम एक तरफ हैं और बाकी सभी दूसरी तरफ।’’