नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 9वें दिन भी जारी है। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की कल हुई बैठक भी बेनतीजा रही। इसे लेकर ‘आज तक’ के शो ‘दंगल’ पर डिबेट हो रही थी। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ और जननायक जनता पार्टी के प्रवक्ता के बीच एमएसपी को लेकर तीखी बहस देखने को मिली।
बहस के दौरान जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दिग्विजय चौहान ने कांग्रेस प्रवक्ता से पूछा कि अगर कांग्रेस को MSP पर इतनी चिंता है तो राजस्थान में क्यों नहीं मिल रहा है? जेजेपी प्रवक्ता कि बात को दोहराते हुए एंकर रोहित सरदाना ने भी कहा कि आप कहते हैं कि हम चेतावनी दे रहे हैं। गृह यद्ध हो जाएगा, तो जेजेपी नेता का जवाब दीजिये कि आप एमएसपी को लिखित मे चाहते हैं तो अपने राज्यों में लागू क्यों नहीं की। जहां आपकी सरकार है वहां दिला दीजिये। राजस्थान का किसान हरियाणा में आकार अपनी फसल बेंच रहा है।
इसपर गौरव वल्लभ ने कहा “काले कानून बनाए दिल्ली में बैठी सरकार, काले कानून ;आगुआ कराये दिल्ली में बैठी सरकार, हिंदुस्तान के किसानों को अपने सूट-बूट वाले दोस्तों के हवाले करना चाहती है दिल्ली में बैठी सरकार और आप सवाल हमसे पूछ रहे हैं। आप हमसे पूछते हैं कि आप क्या कर रहे हैं। अरे हम इनको समझा रहे हैं। आपके एमएसपी और मेरे एमएसपी में अंतर है। मेरा एमएसपी का मतलब “मिनिमम सपोर्ट प्राइस है और आपके एमएसपी का मतलब मोदी सपोर्ट प्राइस, जो आप अपने सूट-बूट वाले दोस्तों को देना चाहते हैं।”
बता दें उत्तर प्रदेश के प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘यूपी गेट’ के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-9 को जाम कर दिया है। वहीं पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली आने वाले दूसरे प्रवेश मार्गों पर डटे हैं। किसान संगठनों और केन्द्र के बीच अगले दौर की बातचीत शनिवार को हो सकती है। प्रदर्शन के नौवें दिन भी जारी रहने के मद्देनजर सिंघु, टिकरी, चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर पर अब भी सुरक्षा कर्मी तैनात हैं।
इसी बीच राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने कहा, “किसानों की बात केंद्र सरकार ने नहीं सुनी जिसके कारण आज किसान पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं। लोकतंत्र के अंदर संवाद सरकार के साथ इस प्रकार कायम रहते तो यह चक्का जाम के हालात नहीं बनते। आम जन को तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ता।”