उत्तर प्रदेश के माफियाओं पर योगी सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में अब मेरठ में एक भूमाफिया की कोठी भी जद में आ गई। हरिद्वार की जेल में बंद भूमाफिया यशपाल तोमर की पांच करोड़ की संपत्ति कुर्क कर दी गई। मेरठ पुलिस ने एसएसपी रोहित सिंह सजवान के निर्देश पर यह कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के तहत की है। इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा।

यूपी-उत्तराखंड और दिल्ली एनसीआर के इलाकों में कभी अपना सिक्का चलाने वाले भूमाफिया यशपाल तोमर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले एसटीएफ ने जनवरी में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, फिर उसकी कई संपत्तियों को प्रशासन द्वारा कुर्क करा दिया गया। इसी कड़ी में गुरुवार को यशपाल तोमर के मेरठ के वेदव्यासपुरी इलाके में स्थित कोठी में सील लगाने की कार्रवाई की गई।

एसएसपी रोहित सिंह सजवान के निर्देश पर एएसपी विवेक यादव के नेतृत्व में मेरठ पुलिस ने यह कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट 14 (1) के तहत की है। पुलिस प्रशासन ने इसकी सारी तैयारी पहले ही पूरी कर ली थी। बताया जा रहा है कि पुलिस की जांच में सामने आया है कि गैंगस्टर यशपाल ने अवैध तरीके से की गई कमाई से इस कोठी को तैयार किया था। मेरठ के वेदव्यासपुरी इलाके में स्थित इस कोठी की कीमत 5 करोड़ के करीब बताई जा रही है।

बता दें कि, ऐसा पहली बार नहीं है जब गैंगस्टर यशपाल पर शासन-प्रशासन की तरफ से ऐसी कार्रवाई की गई है। इससे पहले भी नोएडा, बागपत व हरिद्वार में बनाई गई करोड़ो की संपत्ति को जब्त कर गैंगस्टर यशपाल पर शिकंजा कसा था।

अवैध संपत्ति बनाने और कई सारे आपराधिक मामलों में लिप्त होने के चलते गैंगस्टर यशपाल को एंटी टास्क समिति ने भू-माफिया घोषित किया था।बागपत के रमाला गांव का रहने वाला यशपाल तोमर फिलहाल हरिद्वार जेल में बंद है।

यशपाल तोमर पर यूपी, उत्तराखंड व दिल्ली-एनसीआर के कई थानों में करीब 20 मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, यशपाल तोमर ने अलग-अलग जगह अपनी कुख्यात छवि का फायदा उठाया और लोगों को डरा धमका कर लाखों-करोड़ो की संपत्ति बनाई थी।