27 साल के पहलवान सागर धनखड़ की हत्या से पहले ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान सुशील ने कुत्तों पर गोली चलाई थी। छत्रसाल स्टेडियम में सुशील ने अपनी पिस्टल से वहां मौजूद कुछ पहलवानों पर हमला भी किया था। दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार पर यह आरोप सप्लीमेंट्री चार्जशीट में लगाया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, यह घटना 05 मई 2021 को हुई। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सुशील के खिलाफ जो सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है, वह सुशील के गार्ड अनिल धीमान और अन्य आरोपियों के बयानों के आधार पर बनाई गई है।
धीमान ने पुलिस को दिए स्टेटमेंट में बताया कि वह 2019 से सुशील कुमार के साथ काम कर रहा था। वह सुशील के निजी और आधिकारिक दोनों काम देखता था। धीमान ने बताया कि 4-5 2021 की दरम्यानी रात को वह भी सुशील के साथ था। उस दिन सुशील ने कई लोगों को बास्केटबॉल ग्राउंड पर यह कहते हुए बुलाया था कि उसे ‘कुछ लोगों को सबक सिखाना है’।
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में जूनियर रेसलर सागर धनखड़ की हत्या मामले में सुशील के साथ राहुल को भी आरोप बनाया गया है। राहुल ने स्टेटमेंट में बताया, ‘सुशील और मेरे साथ एक और साथी था। हम लोग जब स्टेडियम पहुंचे तो देखा कि वहां कुछ कोच और पहवान मौजूद हैं। जैसे हम आए कुछ कुत्ते सुशील की तरफ भौंकने लगे। सुशील उस वक्त बेहद गुस्से में था, उसने कुत्तों पर गोलियां चला दीं। इसके बाद सुशील ने पहलवानों को वहां से निकलने के लिए बोला तो विकास नाम एक रेसलर ने सुशील से पूछा- ‘पहलवान जी क्या हुआ?’ इसके बाद सुशील ने विकास पर हमला किया और उसका फोन छीनकर उसके पीछा भागा।
विकास को दूर भगाने के बाद सुशील बोला, ‘मैं कहां जाता हूं, किससे मिलता हूं, क्या खाता हूं… ये सागर और सोनू महल लीक करते हैं।’ विकास के अलावा दो और पहलवानों को सुशील इसी तरह से भगा चुका था। इसके बाद सुशील ने वहां मौजूद एक चौथे पहलवान से उसका फोन मांगा, जब उसने फोन देने से इनकार किया तो सुशील ने अपनी पिस्टल से उसके माथे पर मारा।
धीमान ने अपने बयान में दावा किया कि उसी रात को मैं, सुशील और अन्य साथी शलीमार बाग गए और हमने 11.30 बजे के करीब अमित, रविंदर (सागर के साथ इनको भी पीटा गया था) को उठाया और उन्हें छत्रसाल स्टेडियम लेकर आ गए। धीमान ने बताया कि इन दोनों को सुशील के कहने पर ही पीटा गया था। स्टेडियम में हमने उन्हें बहुत बुरी तरह पीटा, इसके बाद हम मॉडल टाउन वाले फ्लैट पर गए और सागर, जयभगवान के साथ सोनू को उठाकर स्टेडियम लेकर आए।
चार्जशीट के मुताबिक, धीमान ने बताया सुशील बोला था, ”इनको जिंदा बुरी तरह पीटो, जिंदा नहीं छोड़ना है।” चार्जशीट में प्रवीण को भी आरोप बनाया गया है, जो कि दुर्दांत अपराधी है। हत्या समेत अन्य जघन्य अपराधों में शामिल रहे प्रवीण ने बताया सुशील कह रहा था, ”इस एरिया का गुंडा मैं हूं, तू कैसे मेरे फ्लैट पर कब्जा कर सकता है?’। सुशील उन्हें लाठी से मारते हुए ये बात बोल रहा था।
धीमान ने दावा किया, ”हमने उन्हें लाठी, डंडे, हॉकी स्टिक और बेसबॉल बैट से पीटा। हम सागर और जयभगवान को मारना चाहते थे, क्योंकि सुशील ने हमसे ऐसा ही करने को कहा था। सुशील को डर था कि सागर और जयभगवान उसके खिलाफ काम कर रहे हैं, वे सुशील के बारे में जानकारी जुटा रहे थे, क्योंकि वह सुशील की जिंदगी को खतरा पैदा कर रहे थे, इसलिए उन्हें मारना चाहता था।”