मुंबई में 26 नवंबर, 2008 (26/11) के आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड साजिद मीर (Sajid Mir) को कथित तौर पर पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, पाकिस्तान ने अभी तक इस बारे में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि कभी पाकिस्तान ने साजिद मीर को मुर्दा तक करार दे दिया था। एफबीआई (FBI) ने साजिद मीर को ‘मोस्ट वांटेड’ आतंकी घोषित किया है और 5 मिलियन डॉलर तक का इनाम रखा है।

कौन है साजिद मीर: साल 2008 में हुए मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड साजिद मीर 90 के दशक से आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़ा रहा है और कई आतंकी हमलों को आईएसआई (ISI) की मदद से अंजाम दिया। हालांकि, मीर के बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं है लेकिन जब आतंकी मुंबई में थे तो वह हैंडलर (Handler) में से एक था। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का मानना ​​है कि वह 2001 से लश्कर का एक वरिष्ठ सदस्य रहा है। 2006 से 2011 तक, उसने समूह की ओर से विभिन्न आतंकवादी हमलों की योजना बनाई। एफबीआई का मानना ​​है कि उसने 2008 और 2009 के बीच डेनिश अखबार जाइलैंड्स-पोस्टेन (Danish newspaper Jyllands-Posten) और उसके कर्मचारियों के खिलाफ आतंकवादी हमले की साजिश रची थी। एफबीआई ने 22 अप्रैल, 2011 को उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

साजिद मीर की बात क्यों: साजिद मीर की बात इसलिए क्योंकि निक्केई एशिया की रिपोर्ट में बताया गया है पाकिस्तान ने खुद को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी वित्त निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की “ग्रे लिस्ट” से बाहर निकलने के लिए मीर को गिरफ्तार किया है। भारतीय एजेंसियों ने मीर को लश्कर प्रमुख हाफिज सईद (Lashkar chief Hafiz Saeed) से ज्यादा खतरनाक करार दिया है।

सजा पर आधिकारिक पुष्टि नहीं: निक्केई एशिया की रिपोर्ट में एफबीआई (FBI) के अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि मीर (Sajid Mir) को गिरफ्तार कर सजा सुनाई गई है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उस पर किस अदालत में मुकदमा चलाया गया था, क्योंकि इस तरह के केस का कोई सार्वजनिक रिकॉर्ड नहीं है। कई रिपोर्ट्स में इस सजा की अवधि को 15 साल तक का बताया गया है। बता दें कि, साजिद मीर को इब्राहिम, वासी, खालिद, वाशी, वाशीभाई, भाई अली, अली भाई, मूसा भाई (Musa Bhai), वसी भाई, वसी इब्राहिम, साजिद मजीद (Sajid Mazid), साजिद मीर, भाई मूसा, इब्राहिम शाह जैसे नामों से भी जाना जाता है।

डेविड हेडली का हैंडलर था मीर: साजिद मीर (Sajid Mir), पाकिस्तानी-अमेरिकी डबल एजेंट दाऊद गिलानी उर्फ ​​डेविड कोलमैन हेडली (Dawood Gilani alias David Coleman Headley) का हैंडलर था। हेडली ने मुंबई हमलों में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली थी और वर्तमान में वह अमेरिका (America) में 35 साल की जेल की सजा काट रहा है। इसके अलावा, उसके सहयोगी और को-मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को भी 14 साल की सजा हुई थी।

क्या कहती है रिपोर्ट्स: साल 2020 में जारी हुई कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म (Country Reports on Terrorism) में कहा गया था कि भारत को निशाना बनाने वाले आतंकी संगठन लश्कर, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) पाकिस्तान से संचालित होते हैं। इसी रिपोर्ट में बताया गया था कि पाकिस्तान जैश के संस्थापक और यूएन (UN) द्वारा घोषित आतंकवादी मसूद अजहर (Masood Azhar) और 2008 के मुंबई हमले के साजिद मीर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता, जिनके बारे में माना जाता है कि दोनों ही पाकिस्तान में आजाद घूमते हैं।