लखनऊ-इलाहाबाद-मुंबई जैसे शहरों से जुड़ी यह घटना किसी क्राइम थिलर से कम नहीं है। इस घटना में अपहरण, फिरौती, कत्ल और फरारी सब कुछ है। मामला साल 2016 का है, जिसमें लखनऊ के जल निगम के ऑफिसर अब्दुल सलीम फरीदी का अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद अपहरण के मास्टरमाइंड की हत्या भी हो गई और फिरौती की रकम लेकर कोई और भागने की फिराक में था। लेकिन कातिल जैसे ही प्लेन में बैठकर उड़ने वाले थे, वैसे ही यूपी STF ने उन्हें दबोच लिया।
इस घटना में शामिल इलाहाबाद निवासी मोहम्मद इमरान और मुंबई के जितेश अशोक कार्वे को लखनऊ के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया। ये दोनों मुंबई में बाउंसर के रूप में कार्यरत थे। इमरान और जितेश यूपी जल निगम के अफसर अब्दुल फरीदी के अपहरण और गिरोह के दो सदस्य संदीप-नीतू की हत्या में शामिल थे।
घटना के बारे में तत्कालीन एसपी ट्रांस-गोमती जय प्रकाश ने बताया था कि, बीते चार सालों से इमरान और नीतू पहले से एक दूसरे को जानते थे। ये दोनों एक बस यात्रा के दौरान मिले थे। वहीं इमरान की मुलाकात मुंबई में नौकरी के दौरान जितेश से हुई थी। घटना से छह महीने पहले ही नीतू ने अपने साथी संदीप की मुलाकात इन दोनों से कराई थी। तब इमरान ने बताया था कि वह पहले भी कई अमीर लोगों के अपहरण कर फिरौती ले चुका है।
इमरान के द्वारा बताने के बाद नीतू ने अपने परिचित जल निगम के ऑफिसर अब्दुल सलीम फरीदी का अपहरण करने का प्लान बनाया। इसी क्रम में 7 अगस्त 2016 को चारों लोग संदीप के वाहन से लखनऊ गए और फरीदी को संदीप के फोन से बात कर डिनर पर बुलाया। फिर इसी दिन शाम को फरीदी का अपहरण कर ये चारों उसे इलाहाबाद ले गए। पहले इन चारों ने फिरौती की रकम 2 करोड़ रखी, लेकिन फरीदी ने बताया कि वह इतने रुपये नहीं दे सकते। ऐसे में रकम को घटाकर 10 लाख रुपये कर दिया।
एसपी ट्रांस-गोमती जय प्रकाश ने बताया कि, 9 अगस्त की सुबह अपहरणकर्ताओं ने फरीदी के बेटे को फोन कर संदीप का खाता नंबर दिया और 10 लाख जमा कराने को कहा। जैसे ही पैसे जमा हुए अपहरणकर्ताओं ने फरीदी को कुछ पैसे और मोबाइल देकर छोड़ दिया। लेकिन फरीदी को छोड़ने से पहले इमरान ने नीतू को कथित तौर पर गोली मार दी। इमरान ने पुलिस को बताया कि संदीप उससे पीछा छुड़ाना चाहता था इसलिए मार दिया, लेकिन फिर संदीप को भी इमरान-जितेश ने मार डाला।
पुलिस को सूचना मिली कि दो शव इलाहाबाद के उतरांव इलाके में मिले हैं। जब संदीप और नीतू की फोटो फरीदी को दिखाई तो उसने दोनों की पुष्टि की। वहीं, इस बीच मृत संदीप के खाते से कई बार 50,000 रूपये से ज्यादा निकाले गए, जिसे पुलिस ट्रैक कर रही थी। इसी बीच यूपी STF को पता चला कि संदीप के खाते से लखनऊ हवाई अड्डे के मसाज सेंटर पर 6000 रुपये का भुगतान किया गया था। इस स्पा सेंटर में इमरान और जितेश दोनों के बोर्डिंग पास की कॉपी भी मिली।
इसके बाद STF ने हवाईअड्डे के निदेशक से बात की तो पता चला कि दोनों यात्री विमान में सवार हो चुके हैं। ऐसे में तत्कालीन आईजी ए. सतीश गणेश ने एटीसी से तत्काल बात कर विमान को उड़ने से रोका, क्योंकि मुंबई जाने वाला यह विमान टेक ऑफ के लिए तैयार था। ऐसे में STF के सदस्यों ने दोनों कातिलों को विमान से उतारकर गिरफ्तार कर लिया।