पश्चिम बंगाल के रायगंज में हाईस्कूल की एक शिक्षिका को गांव की सड़क पर अपनी जमीन को जबरन कब्जा करने का विरोध करने पर जमकर पिटाई की गई। कथित रूप से पंचायत सदस्य के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों का एक समूह ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और तीस फीट तक घसीटते हुए ले गए। पिटाई के बाद उसे एक घर में बंद कर दिया।
शिक्षिका का नाम स्मृतिखाना दास है। वह बीजेपी की समर्थक है। उसके अलावा शुक्रवार को दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगारामपुर ब्लाक में नन्दनपुर में उसकी मां और बहन की भी पिटाई की गई। सोशल मीडिया पर इस पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। रविवार को तृणमूल के स्थानीय नेताओं ने मामले में आरोपी नंदनपुर पंचायत के उप प्रधान अमल सरकार को निकाल दिया।
सूत्रों का कहना है स्मृतिखाना गंगारामपुर के सायरापुर केएमबी हाईस्कूल में अपनी मां के साथ पढ़ाती हैं। उनकी बहन और भाई अलग रहते हैं।
पंचायत ने हाल ही में सड़क बनाने के लिए एक प्रोजेक्ट को पास किया था, जिसका रास्ता शिक्षिका के घर से होकर जाने वाला था। स्मृतिखाना ने बताया, “पंचायत को हमारी जमीन के एक हिस्से की जरूरत थी। पंचायत प्रशासन ने बिना मुझसे पूछे ही जमीन उस पर काम शुरू कर दिया। इस पर भी मैं गांव वालों के हित में 12 फीट चौड़ी सड़क के लिए अपनी जमीन बिना कुछ लिए देने को तैयार थी।
बहरहाल शुक्रवार को मुझे मालूम चला कि वे लोग 24 फीट सड़क बनाने की योजना बनाकर मेरी जमीन पर आगे तक कब्जा करने जा रहे हैं। जब मैं मौके पर पहुंची और विरोध किया तो उप प्रधान अमर सरकार और उसके साथियों ने मुझ पर हमला कर दिया।” वीडियो में आरोपी अमल सरकार और कुछ अन्य लोग शिक्षिका की लोहे की राड से पिटाई करते हुए दिख रहे हैं। शिक्षिका विरोध करते हुए सड़क पर ही गिर पड़ी। हमलावर उसके हाथ पैर बांधकर सड़क पर 30 फीट तक घसीटते हुए ले जा रहे हैं। इस दौरान उसकी पिटाई भी करते रहे। उसके बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया।