उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर नकली नोट बनाने वाले एक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी सभी तरह के नोट को छापते थे। मामले में पुलिस ने बताया कि यह छापे महमूदनगर इलाके में हुई है और इसमें 59 हजार रुपए भी जब्त किए गए हैं। पुलिस ने जाली नोट रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए बुधवार (04 दिसंबर) को तीन व्यक्तियों को गिरफ्तारी किया है। मामले में सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। ऐसा ही एक मामला में महराजगंज पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
छापे में मिले नकली नोटों के साथ प्रिंटर-स्कैनर भीः वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि ये फर्जी नोट 2000, 500 और 100 रूपए के हैं। बता दें कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने महमूदनगर में एक घर पर छापा मारा और आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जाली नोट के साथ ही प्रिंटर-स्कैनर भी जब्त किया है। रिपोर्ट्स के आधार पर यह भी कहा जा रहा है कि यह अपराधी 100 रुपए के भी नकली नोटों को छापने का काम करते थे।
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उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में करते थे सप्लाईः पुलिस आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर रही है। अधिकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान आरोपियों ने यह बताया कि वे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जाली नोट पहुंचाते थे। इनका तार इन दोनों राज्य के कई लोगों से था। पुलिस अब यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि इनका किसी बड़े गिरोह के साथ नाता नहीं है न।
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अन्य मामलेः बता दें कि ऐसा ही मामला पिछले महीने सामने आया था जहां उत्तर प्रदेश पुलिस ने जाली नोटों के छापने वाले एक गिरोह का भंडाफोड किया है। महराजगंज पुलिस के अनुसार, छापे के दौरान छपे जाली नोट के साथ प्रिंटर- स्कैनर भी जब्त किया गया है। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है जिसमे से एक अमेठी तो दूसरा लखनऊ का है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपियों में से एक अमेठी तो दूसरा लखनऊ जिले का रहने वाला है। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। वहीं इसी साल क्राइम ब्रांच द्वारा एक और गैंग का खुलासा हुआ है जो नेपाल और बांग्लादेश से करीब हर महीने 2 लाख रुपए मंगा कर भारत में खपाता था। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में गिरफ्तारी भी की थी।