Uttar Pradesh Crime News: उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने बुधवार देर रात को लखनऊ (Lucknow) के ऐशबाग स्थित एक होटल से गैंगस्टर व सीरियल किलर सोहराब (Sohrab) को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की अभिरक्षा में तिहाड़ जेल से पेशी पर आए सोहराब को पत्नी शन्नो और बहन यासमीन के साथ बिरयानी की दावत उड़ाते पकड़ा गया। आरोप है कि दिल्ली पुलिस वालों ने पत्नी से मुलाकात करवाने के लिए सोहराब को होटल में ठहराया था और खुद दो अन्य कमरों में आराम फरमा रहे थे।
सीरियल किलर है सोहराब: बताया जा रहा है कि पकड़ा गया अपराधी सोहराब तिहाड़ जेल में बंद था। बुधवार को उसे दिल्ली पुलिस कानपुर व गुरुवार को लखनऊ के कोर्ट में होने वाली पेशी के लिए यूपी लाई थी। दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर समेत 6 पुलिसवाले उसे मंगलवार को कानपुर ले गए और फिर वहां ऐसे पेशी के बाद सोहराब को लेकर लखनऊ पहुंचे। लेकिन यहां ऐशबाग पास एक होटल में सोहराब ने तीन कमरे बुक किए। जिसमें एक कमरे में सोहराब अपनी पत्नी व बहन के साथ ठहरा था, जबकि बाकी के दो कमरों में पुलिसवाले रुके थे।
दिल्ली पुलिस के साथ पार्टी कर रहा था
सीरियल किलर सोहराब
लखनऊ पुलिस ने किया गिरफ्तार
कानपुर के बाद लखनऊ पेशी पर आया था सोहराब
होटल में पुलिसकर्मियों के साथ कर रहा था पार्टी#लखनऊ @Uppolice pic.twitter.com/13DogJyVyQ— simran pathak (@simranp78228728) November 21, 2019
यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार: जैसे ही सोहराब के लखनऊ के होटल में होने की इसकी सूचना पुलिस को मिली तो एएसपी पश्चिमी विकास चंद्र त्रिपाठी ने अपनी टीम के साथ होटल पर दबिश दी। पुलिस ने पाया कि सोहराब कमरे में पत्नी और बहन के साथ मौजूद था। इस दौरान बिरयानी और खाने-पीने का सामान कमरे में पड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि सोहराब होटल के कमरा नंबर 206 में रुका था, जबकि कमरा नंबर 201 और 202 में दिल्ली पुलिस के जवान आराम फरमा रहे थे। फिलहाल पुलिस ने सोहराब के साथ उसकी उसकी पत्नी, बहन और दिल्ली पुलिस के सभी छह जवानों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
शक के घेरे में दिल्ली पुलिस के जवान: आरोप है कि दिल्ली पुलिस के जवानों को सोहराब को पेशी के बाद रिजर्व पुलिस लाइंस जाना चाहिए था लेकिन उन्होंने संबंधित थानों को सूचना दिए बिना उसे होटल में ठहरा दिया। मामले में यूपी पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली पुलिस के छह जवानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।