गैंगस्टर से राजनीतिज्ञ बने मुख्तार अंसारी के गैंग का सबसा बड़े शूटर को यूपी एसटीएफ की गोलियों का शिकार हो गया है। रविवार की सुबह एसटीएफ ने लखनऊ के बाहरी इलाके में कुख्यात शूटर राकेश पांडे उर्फ हनुमान पांडे को एक मुठभेड़ में मारा। राकेश पांडे के सिर पर पुलिस ने 1 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। राकेश पांडे के बारे में बताया जाता है कि वो हत्या जैसी कई संगीन वारदातों में शामिल रहा है।
मुख्तार अंसारी का करीबी: साल 2005 में BJP नेता कृष्णनंदन राय की हत्या में आऱोपी मुख्तार अंसारी खुद जेल की हवा खा चुके हैं। राकेश पांडे भी इस हत्या की साजिश में शामिल रहा है। राकेश पांडे के बारे में बताया जाता है कि साल 2018 में बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की जेल में हुई हत्या के बाद वो मुख्तार अंसारी गैंग का सबसे बड़ा शूटर बन गया था। राकेश पांडे बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के गैंग डी-5 का सबसे सक्रिय सदस्य था।
वो मुख्तार अंसारी के साथ मऊ में ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह समेत 2 लोगों की हत्या के मामले में भी आरोपी था। मुख्तार अंसारी के करीबी शूटरों में राकेश पांडे की गिनती होती है।
23 साल तक मुख्तार के गैंग में रहा: बताया जाता है कि राकेश पांडे ने मुख्तार अंसारी गैंग में 23 साल तक काम किया। इस दौरान उसने कई हत्याएं कि और कई बार गैंग की खातिर गोलीबारी भी की। राकेश पांडे के खिलाफ साल 1993-2010 के बीच 10 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे। एनकाउंटर में मारे गए इनामी बदमाश राकेश पांडेय का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। राजधानी लखनऊ सहित गाजीपुर, मऊ, रायबरेली में केस दर्ज थे।
एसटीएफ के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस अमिताभ यश ने बताया कि पिछले कई महीनों से राकेश पांडे की तलाश थी और एक टीम उसे लगातार ट्रैक कर रही थी। रविवार को उसके लोकेशन का पता चलने पर एसटीएफ की टीम ने उसका पीछा किया तब उसने टीम पर फायरिंग कर दी और जवाबी फायरिंग में शूटर मारा गया। राकेश का एनकाउंटर सरोजिनीनगर थाने के पास कर दिया गया।
राकेश पांडेय मऊ जिले के कोपागंज का रहने वाला था। अपराधी राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय की पत्नी सरोजलता पांडेय पर गलत जानकारियां देकर डीबीबीएल गन का लाइसेंस हासिल करने का आऱोप है।