UP Rape Case: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला डॉक्टर के रेप-मर्डर को लेकर पूरे देश में उफनते गुस्से के बीच शनिवार को न्यायलय से एक उम्मीद की किरण दिखाई दी। यूपी के बागपत जिले में पॉक्सों अदालत ने 3 साल की बच्ची से रेप के मामले में सुनावाई कर महज पांच दिन में आरोपी को सजा सुना दी।

रिश्ते के भाई ने किया था रेप: दरअसल, आरोपी राहुल नर्सरी में पढ़ने वाली बच्ची को बहाने से जंगल लेकर गया। वहीं बच्ची के साथ दुष्कर्म किया हुए मौके से फरार हो गया। घटनाके बाद बच्ची का जान बड़ी मुश्किल से बची थी। इस मामले में उसे अदालत ने उम्र कैद की सजा तथा एक लाख रुपये जुर्माना के रुप में भरने की सजा सुनाई है। कानून में हुए नए संशोधन के मुताबिक यह सजा ताउम्र के लिए रहेगी। बागपत के सरकारी वकील (DGC) के अनुसार, यह घटना छपरौली थाना क्षेत्र के एक गांव में 13 सितंबर 2019 की है।

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पांचवे दिन जज ने सुनाई सजा: बता दें कि पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद आरोपी को दिल्ली से 29 अक्टूबर को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के अगले ही दिन आरोपी को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बागपत के SSP ने बताया कि छपरौली के SHO ने 15 नवंबर को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। बागपत के स्पेशल जज शैलेंद्र पांडेय की अदालत ने 25 नवबंर को आरोप भी तय कर दिए। इसके बाद से मामले की सुनवाई रोजाना हुई और 5 वें दिन 29 नवंबर को यह पूरी भी हो गई और शनिवार (30 नवंबर) को जज ने सजा सुना दी।

अनोखे अंदाज में रेप का विरोध: गौरतलब है कि हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए हैवानियत के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली में एक लड़की ने घटना का विरोध करने का एक अनोखा तरीका अपनाया है। अनु दुबे नाम की इस लड़की ने सुबह 7 बजे ही संसद भवन के गेट नंबर 2-3  के सामने बैठ गई। इस लड़की ने एक पोस्टर हाथ में पकड़ रखा था। जिस पर लिखा था – ‘मै अपने भारत में स्वतंत्र महसूस क्यों नहीं कर सकती ?’ अनु का यह गुस्सा देखते ही देखते सड़को पर बड़े प्रदर्शन के रुप में दिखने लगा।