उत्तर प्रदेश की उन्नाव जेल में एक कैदी के कथित तमंचा लेकर फिल्मी अंदाज में खड़े होने और बैरक में खाने—पीने की चीजें रखी होने संबंधी वीडियो के मामले में हेड जेल वार्डर समेत चार कारागार कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि उन्नाव जेल से संबंधित एक वीडियो में हत्या का सजायाफ्ता अमरीश और कई मामलों में जेल में बंद गौरव प्रताप सिंह तमंचा लहराते दिखते हैं। इसके अलावा बैरक में खाने—पीने की चीजें भी दिख रही हैं। अपर पुलिस महानिदेशक (कारागार) आनंद कुमार ने इसे गंभीर विषय बताते हुए कहा कि मामले की जांच में पता चला है कि जेल में कुछ कर्मचारियों की मदद से जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए यह घटना अंजाम दी गई है।

वायरल हुआ वीडियोः पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में जेल के हेड वार्डर माता प्रसाद, हेमराज, जेल वार्डर अवधेश साहू और सलीम खां की मिलीभगत पाई गई है और उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। कुमार ने बताया कि वायरल हुआ वीडियो फरवरी माह का वीडियो है। इसमें दिख रहे बंदी अमरीश को मेरठ से जबकि गौरव को लखनऊ से उन्नाव जेल लाया गया था।

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राज्य पुलिस ने कहा मिट्टी का बना है तमंचाः इस बीच, राज्य पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक मामले की छानबीन में पता चला है कि बंदी गौरव बहुत अच्छा पेंटर है और वीडियो में जो तमंचा दिख रहा है, वह मिट्टी का बना है। इसके अलावा खाने—पीने की जो चीजें वीडियो में दिखायी दे रही हैं, वह जेल में बंदियों को नियमित रूप से दी जाने वाली सामग्री है। उसमें कोई भी चीज ऐसी नहीं है जो बाहर से आई हो या आपत्तिजनक हो।

सु्र्खियों में रहते है उत्तर प्रदेश की जेलः गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की जेलें अक्सर ऐसी घटनाओं की वजह से सुर्खियों में रहते हैं। इस बार वायरल वीडियो में अपराधी खुलेआम प्रदेश सरकार को चुनौती देते हुए यह कहते नजर आ रहे हैं कि मेरठ जेल हो या फिर उन्नाव, वे प्रदेश की किसी भी जेल को कार्यालय बना देंगे। वे अपने पास तमंचों के साथ ही मोबाइल को भी दिखाते नजर आ रहे हैं। वीडियो में बदमाश गौरव के पास असलहा है और वह वीडियो में धमकी देता नजर आ रहा है कि वह कहीं भी किसी को मार सकता है। दूसरे वीडियो में मेरठ के बदमाश अमरीश के पास भी तमंचा दिखता है। वह यह कहता दिखता है कि योगी सरकार ने उसे मेरठ से उन्नाव भेजा है। मेरठ हो या उन्नाव, वह किसी भी जेल को कार्यालय बना सकता है।