मां तो अपनी ममता के लिए जानी जाती है। कहा जाता है कि बच्चे बुरे हो सकते हैं पर एक मां कभी बुरी नहीं हो सकती। यही कारण है कि उन्हें भगवान का दर्जा दिया जाता है। हालांक, उत्तर प्रदेश के आगरा से एक ऐसा मामला सामने आया है जो काफी चौंकाने वाला है। यहां एक मां अपने मरे हुए बेटे का मुंह तक देखने नहीं आई।

करवा चौथ पर मां को बुला रहा था घर

कथित तौर पर महिला के 18 साल के बेटे ने आत्महत्या भी मां के घर वापस नहीं आने के कारण ही की है। पूरे मामले में पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आगरा में 11वीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी मां करवा चौथ पर घर नहीं आई।

दरअसल, पारस की मां शकुंतला अपने पति से झगड़े के बाद करीब डेढ़ साल से अपने मायके में रह रही थी। पुलिस ने कहा कि बेटे ने मां को करवाचौथ के अवसर पर घर लौटने को कहा था। लेकिन महिला ने अपने बेटे की बात को अनसुना कर दिया। इस कारण दुखी होकर पारस ने आत्महत्या कर ली।

कई बार कहने पर भी नहीं मानी बेटे की बात

परिजनों ने बताया कि मृतक के पिता मनोज कुमार शुक्ला, जो एक मजदूर हैं, अपने बेटे के साथ घर पर रहते थे। पारस अपनी मां के जाने और उनसे बात न कर पाने के कारण कुछ समय से डिप्रेशन से था। उसने अपनी मां से बात करने और घर लौटने के लिए कई बार रिक्वेस्ट किया। लेकिन उसकी मां ने उसकी बात अनसुनी कर दी।

पुलिस ने बताया कि रविवार शाम को पारस ने अपने पिता के साथ खाना खाया और अपनी मां से करवा चौथ के लिए घर लौटने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। बाद में उसी शाम पारस अपने कमरे में गया और पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। जब उसके पिता घर लौटे, तो उन्होंने अपने बेटे को छत के पंखे से लटका हुआ पाया।

पिता ने चिल्लाकर अपने पड़ोसियों को बुलाया

पुलिस ने कहा कि पिता ने चिल्लाकर अपने पड़ोसियों को बुलाया, जिन्होंने लड़के के शव को फंदे से उतारा और उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।

पोस्टमॉर्टम के बाद पारस का शव घर भेज दिया गया, लेकिन उसकी मां शकुंतला उसे आखिरी बार देखने भी नहीं आईं। मौके पर मौजूद लोगों ने इस पूरे घटना पर हैरानी जताते हुए इसे “दर्दनाक” बताया। इस बीच, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।