उत्तर प्रदेश के जिस जेल में करीब 2 साल पहले डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई थी उसी जेल में एक बार फिर मर्डर होने से सनसनी फैल गई है। मुन्ना बजरंगी की जेल के अंदर गोली मारकर हत्या के पीछे पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड में सक्रिय सुनील राठी गैंग का हाथ बताया गया था। उस वक्त इस मामले की जांच के आदेश भी दिये गये थे। अब इसी जेल में बंद तिहरे हत्याकांड के आरोपी बबलू कश्यप पर जेल के अंदर खूनी खेल खेलने का आरोप लगा है।
दरअसल शनिवार (02-05-2020) को बागपत जिला जेल में दिनदहाड़े खूनी खेल खेला गया। कैदियों के दो गुटों के बीच हुई खूनी झड़प में एक कैदी ऋषिपाल की हत्या कर दी गई तथा इस मारपीट में 3 अन्य कैदी जख्मी भी हो गए हैं। बागपत जिला कारागर में हत्या की यह दूसरी वारदात है।
जब साल 2018 में पूर्वांचल के कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी को इसी जेल में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था तब इसे लेकर काफी हंगामा मचा था और प्रशासन ने जेल के अंदर सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी करने की बात कही थी।
लेकिन अब एक बार फिर जेल के अंदर मचे इस कोहराम के बाद जेल प्रशासन सवालों के कटघरे में है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैरक संख्या 21 में कैदियों के दो गुटों के बीच दोपहर के वक्त कहासुनी हुई थी।
उस समय प्रहरियों ने इस झगड़े को शांत कर दिया था। लेकिन शाम को एक गुट ने दूसरे गुट पर अचानक हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि कैदियों ने चम्मच को घिस कर चाकू की तरह नुकीला बना लिया था और इसी से हमला किया गया।
इस हमले में बंदी ऋषिपाल की मौत हो गई। इसके अलावा जेल में ही बंद ऋषिपाल के पिता और नौकर सहित 3 लोग जख्मी हो गए। वारदात की सूचना मिलने के बाद मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों की टीम पहुंच गई और मामले की जांच-पड़ताल की गई।
बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल को बसी गांव के रहने वाले 46 साल के ऋषिपाल और पूर्व प्रधान ओमपाल के बीच झगड़ा हुआ था। इस लड़ाई के बाद ऋषिपाल, उसके पिता सत सिंह और नौकर अमित जौनमाना को जेल जाना पड़ा था। जेल में पहले से बंद काठा गांव के बबलू कश्यप और ऋषिपाल को बैरक नंबर 21 में रखा गया था।
शनिवार दोपहर को ऋषिपाल की बबलू कश्यप के साथ कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद दोनों को अलग- अलग बैरक में बंद कर दिया गया। शाम चार बजे के लगभग ऋषिपाल अपने नौकर के साथ बैरक से बाहर निकला तो बबलू कश्यप ने अपने साथियों के साथ मिलकर चम्मच के नुकीले हिस्से से उनपर हमला कर दिया। फिलहाल अब जेल प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है।

