लोग प्यार के लिए क्या कुछ नहीं करते लेकिन अमेरिका के ओक्लाहोमा (Oklahoma) में डोनाल्ड ग्रांट नाम के शख्स ने प्रेमिका के लिए डबल मर्डर व लूट को ही अंजाम दे दिया था। इस जुर्म के लिए उसे मौत की सजा सुनाई गई थी। ऐसे में डोनाल्ड ग्रांट को एक घातक इंजेक्शन के जरिए मौत की सजा दी गई। इस साल 2022 में अमेरिका में मौत की सजा पाने वाला ग्रांट पहला कैदी था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला साल 2001 का है। कैदी डोनाल्ड ग्रांट (Donald Grant) घटना के समय 25 साल का था। तब उसने जेल में बंद अपनी प्रेमिका की जमानत राशि इकट्ठा करने के लिए एक होटल में लूटपाट की थी। लूटपाट के दौरान उसने होटल के दो कर्मचारियों पर गोली चला दी थी। अदालती दस्तावेजों के मुताबिक, एक कर्मचारी की तत्काल मौत हो गई थी तो वहीं दूसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। इस डबल मर्डर और लूटपाट की घटना में डोनाल्ड ग्रांट को साल 2005 में मौत की सजा सुनाई गई थी।
साल 2005 से लगातार डोनाल्ड ग्रांट अपने वकीलों की मदद से मानसिक बीमारियों का हवाला देकर सजा कम करने की अपील दायर कर रहा था। दोषी डोनाल्ड के वकीलों ने कोर्ट में जजों के सामने दावा किया था कि डोनाल्ड को बचपन में अपने शराबी पिता की वजह से दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा था। इस वजह से वह मानसिक आघात से पीड़ित हो गया था। ऐसे में उसकी सजा को कम कर दिया जाए।
डोनाल्ड के वकीलों द्वारा कई बार अपील करने के बाद भी अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम याचिका को खारिज कर दिया था। वह इसलिए इतने सालों तक सजा से इसलिए बचता रहा क्योंकि ओक्लाहोमा में मृत्यदंड पर 2015 तक रोक लगाई गई थी। हालांकि, साल 2021 में इस रोक को हटा दिया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते गुरुवार को डोनाल्ड ग्रांट को सजा देने की प्रक्रिया शुरू की गई थी और उसे दक्षिणी ओक्लाहोमा राज्य के पेनिटेंटीरी में तीन घातक पदार्थों का मिश्रित इंजेक्शन दे दिया गया।
बता दें कि, पिछले कुछ सालों में अमेरिका में मौत की सजा में भारी गिरावट देखी गई है। साथ ही अमेरिका के 23 राज्यों में मौत की सजा को भी खत्म कर दिया गया है और तीन राज्यों (पेंसिलवेनिया, कैलीफोर्निया व ओरेगन) में मौत के लिए घातक इंजेक्शन के प्रयोग पर भी रोक है।