UPSC एग्जाम के लिए कैंडिडेट्स कड़ी मेहनत करते हैं। लाखों कैंडिडेट्स हर साल इस एग्जाम में अपनी किस्मत आजमाते हैं, लेकिन चुनिंदा को ही इसमें कामयाबी हासिल हो पाती है। IAS अधिकारी चंद्रज्योति सिंह की कहानी ऐसे सभी उम्मीदवारों को प्रेरणा दे सकती है। चंद्रज्योति सिंह बिना कोचिंग के UPSC एग्जाम क्लियर किया है। चंद्रज्योति ने अपना अनुभव भी साझा किया है।

चंद्रज्योति ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘पहले पांच महीनों में मैंने अपना पूरा सिलेबस खत्म कर लिया था। मैंने अपना समय दो भागों में विभाजित कर लिया था। इसके अलावा मैं रोज़ाना करीब एक घंटा न्यूजपेपर पढ़ती थी। अपना सिलेबस खत्म करने के बाद मैंने मॉक टेस्ट देना शुरू कर दिया। पहले मैं प्रीलिम्स की टेस्ट सीरीज देती थी। GS के लिए मैं चेक भी करवाती थी, लेकिन वो मैं सिर्फ ऑनलाइन ही करवा लेती थी।’

कैसे की थी मेन्स की तैयारी: चंद्रज्योति कहती हैं, ‘प्रीलिम्स के लिए जब सिर्फ दो महीने बचे थे तो मैंने अपनी तैयारी और भी ज्यादा शुरू कर दी। 2018 में मैंने पहले सिर्फ प्रीलिम्स की तैयारी की और फिर मैंने मेन्स की तैयारी शुरू की। मैंने रणनीति बनाने पर भी अच्छा खासा समय दिया था। मैंने मेन्स देने के बाद दोबारा मेन्स की तैयारी शुरू की क्योंकि मुझे नहीं पता था कि मेरा मेन्स क्लियर हो जाएगा। मैंने इंटरव्यू टेस्ट के लिए मॉक टेस्ट देना शुरू कर दिया था। इंटरव्यू देने के बाद मैंने दोबारा से पढ़ाई शुरू कर दी थी।’

चंद्रज्योति के माता-पिता दोनों आर्मी में थे। जिस कारण वह अलग-अलग शहरों में रहीं। चंद्रज्योति ने अपना ग्रेजुएशन दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से की थी। चंद्रज्योति का मानना है, ‘आप लोग नोट्स खुद बनाइए। हाथों से बने हुए नोट्स से आपको बहुत आसानी होगी। रणनीति बनाना भी जरूरी है। लेकिन खुद रणनीति बनाइए दूसरे की रणनीति कॉपी करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। नोट्स बनाने के बाद उन्हें रविवार को रिवाइस भी करती थी।’