उत्तर प्रदेश के चर्चित शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता चंद्रमा यादव को गिरफ्तार किया है। चंद्रमा यादव को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया है कि चंद्रमा यादव ने शिक्षक भर्ती धांधली मामले में अपनी संलिप्ता की बात कबूल की है और बताया है कि वो परीक्षा से पहले अपने कॉलेज से प्रश्नपत्र इस पूरे खेल के सरगना बताए जा रहे केएन पटेल तक पहुंचाता था।
यह है पूरा मामला: दरअसल जनवरी के महीने में उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) आयोजित की गई थी। इसी परीक्षा के दौरान नकल का रैकेट चलाने वाले गिरोह का पता चला था। पुलिस ने इस गैंग के कई सदस्यों को उस वक्त पकड़ा था और उनके पास से मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद किये गये थे। इस मामले की कार्रवाई में जुटी एसटीएफ की जांच जब आगे बढ़ी तब इसमें चंद्रमा यादव का भी नाम सामने आया।
चंद्रमा यादव पर यह है आरोप: बताया जा रहा है कि चंद्रमा यादव धूमनगंज में पंचम लाल आश्रम इंटर कॉलेज का संचालन करता है। उसपर आरोप है कि अपनी ऊंची पहुंच के चलते उसने अपने कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनवाया था। परीक्षा केंद्र होने की वजह से उसके कॉलेज में प्रश्नपत्र पहले ही आ जाता था। कहा जा रहा है कि बंद लिफाफों की सील तोडक़र प्रश्रपत्रों की फोटो खींचकर वह व्हाट्सएप से अपने सहयोगी ललित त्रिपाठी के माध्यम से केएल पटेल तक पहुंचाता था जिसके एवज में उसे 5-6 लाख रुपये मिलते थे।
STF को छकाता रहा: चंद्रमा यादव कई दिनों तक एसटीएफ की टीम को छकाता रहा। चार जून को मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह फरार हो गया था। जिसके बाद उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट के साथ ही कुर्की की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई थी। वैसे एसटीएफ अफसरों का दावा है कि कुर्की की कार्रवाई शुरू होने के बाद ही वह दबाव में आया। केस के सिलसिले में वह शहर आया और इसी दौरान सटीक सूचना पर उसे गिरफ्तार किया गया। यह भी पता चला है कि फरारी के दौरान वो लखनऊ औऱ इटावा में रहा।
कौन है चंद्रमा यादव? गिरफ्तार बीजेपी नेता चन्द्रमा सिंह यूपी की योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का बेहद करीबी माना जाता है। वह लम्बे अरसे से कैबिनेट मंत्री व योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह का प्रतिनिधि भी रहा है। हालांकि एसटीएफ द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद मंत्री के ऑफिस ने सफाई दी है कि चन्द्रमा सिंह सालों तक प्रतिनिधि जरूर रहा, लेकिन कुछ समय पहले उसे इस जिम्मेदारी से हटा दिया गया था।
बताया जा रहा है कि मंत्री का पूर्व प्रतिनिधि बीजेपी नेता चन्द्रमा इन दिनों पार्टी के किसान मोर्चा प्रकोष्ठ में प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य है। वह बीजेपी की महानगर इकाई में उपाध्यक्ष समेत कई दूसरे महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुका है। प्रयागराज में उसकी गिनती बीजेपी के रसूखदार नेताओं में होती है।