उत्तर प्रदेश के नोएडा में केवाईसी दस्तावेज हासिल कर उनके आधार पर फर्जी क्रेडिट कार्ड व एटीएम बनवाने और बैंक से लाखों रुपये निकालने वाले गिरोह के एक बदमाश को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक की कार्ड बनाने वाली कंपनी ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी।

फर्जी तरीके से 52 लाख निकाले गए: नोएडा थाना सेक्टर 39 के प्रभारी निरीक्षक नीरज मलिक ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक की कार्ड बनाने वाली कंपनी ने इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ अज्ञात लोगों ने 16 लोगों के केवाईसी फॉर्म हासिल कर उसके आधार पर फर्जी तरीके से बैंक का क्रेडिट कार्ड बनवा लिया और फिर बैंक से 52 लाख रुपये निकाल लिए।

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 क्रेडिट, एटीएम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद:  थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की जांच कर रही पुलिस ने शनिवार (30 नवंबर) को इस मामले में हिमांशु कुमार नामक एक युवक को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि उसके पास से विभिन्न लोगों के केवाईसी फार्म, फर्जी तरीके से बनाए गए है। हिमांशु के पास से क्रेडिट व एटीएम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद हुआ है। पूछताछ के दौरान उसने गिरोह के कुछ अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं।

केवाईसी के नाम पर धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे : बता दें कि कुछ दिनों से केवाईसी के नाम पर ग्राहकों से लूटपाट की जा रही है। कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के आरकेपुरम स्थित केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल अवधेश दूबे के पास केवाईसी कराने के लिए काल आया था। कालर ने कहा कि उन्हें अपने खाते की केवाईसी कराने के लिए एक एप डाउनलोड कर उसमें 100 रुपए भेजने होंगे। अवधेश ने एप डाउनलोड कर आरोपी के वालेट में 100 रुपए भेज दिए। रकम भेजने के बाद कालर ने बोला अब आपको एक नंबर पर एसएमएस करना होगा। एसएमएस करते ही उनके खाते से पांच लाख रुपए उड़ गए।