लखीमपुर खीरी पुलिस ने शुक्रवार को यूपी बिजली विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता और एक टेक्नीशियन को 45 वर्षीय लाइनमैन की मौत के बाद गिरफ्तार किया। दरअसल, लाइनमैन ने दोनों आरोपियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जूनियर इंजीनियर (जेई) नागेंद्र कुमार और टेक्नीशियन जगतपाल को विभाग ने 11 अप्रैल को निलंबित कर दिया था। आरोपियों पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था।

लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने मामले में जानकारी देते हुए कहा कि, लाइनमैन द्वारा आत्महत्या करने के केस में आरोपी जेई नागेंद्र कुमार और टेक्नीशियन जगतपाल को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस के अनुसार, लाइनमैन गोकुल प्रसाद ने 9 अप्रैल को लखीमपुर खीरी में हाइडल कॉलोनी में जूनियर इंजीनियर कुमार के आवास के बाहर खुद को आग लगा ली थी।

पुलिस ने कहा कि मृतक की पत्नी राजकुमारी ने कुमार और जगतपाल पर उनके पति को परेशान करने और उनके खिलाफ अनुचित टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। राजकुमारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि आरोपी ने उसके पति को पलिया सब-स्टेशन में ट्रांसफर करने के बदले एक लाख रुपये लिए थे। पैसे मिलने के बाद जूनियर इंजीनियर और टेक्नीशियन ने पत्नी पर अभद्र टिप्पणी करना शुरू कर दिया।

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एसएचओ (पलिया) सैय्यद मोहम्मद अब्बास ने कहा कि पुलिस ने प्रसाद द्वारा उसकी मौत से पहले कथित तौर पर शूट किए गए एक वीडियो का संज्ञान लिया है। इस वीडियो में मृतक ने नागेंद्र कुमार और जगतपाल पर उसे परेशान करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक कानून भी लगाया है।

मृत्यु से पहले लाइनमैन गोकुल प्रसाद ने जूनियर इंजीनियर नागेंद्र कुमार और टेक्नीशियन जगतपाल पर आरोप लगाया था कि उसके ट्रांसफर के लिए अवर अभियंता नागेंद्र कुमार व साथी लाइनमैन जगतपाल उर्फ बबलू ने उससे एक लाख रुपये व एक रात के लिए अपनी बीबी को उनके पास भेजने की मांग की थी। मृतक के इस आरोप का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था।