उत्तर प्रदेश के भदोही में एक दलित लड़की को कथित रूप से जातिवादी गाली देने, पीटने और स्कूल से बाहर निकालने का मामला सामने आया है। इस मामले में आरोप गांव के पूर्व प्रधान पर है, जिसने बच्ची को केवल इसलिए प्रताड़ित किया क्योंकि वह स्कूल में ड्रेस पहनकर नहीं आई थी। इस घटना पर पुलिस ने मंगलवार को कहा कि आरोपी कई बार ऐसी हरकत कर चुका है।

आरोपी पूर्व प्रधान, स्कूल को समझता है जागीर- पुलिस

घटना के बारे में स्थानीय पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने बताया कि दलित बच्ची को पीटने वाला आरोपी पूर्व प्रधान की पहचान मनोज कुमार दुबे के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि स्कूल के शिक्षकों का आरोप है कि आरोपी ना तो अधिकारी है और न ही शिक्षक, फिर भी कई बार शिक्षकों और बच्चों के साथ बदसलूकी करता रहा है। वह स्कूल को जागीर समझता है।

बच्ची ने नहीं पहनी थी स्कूल यूनिफार्म

चौरी थाना प्रभारी गिरिजा शंकर यादव ने बताया कि आरोपी मनोज कुमार दुबे ने सोमवार को सरकारी स्कूल की आठवीं कक्षा की छात्रा से वर्दी नहीं पहनने को लेकर पूछताछ की। इस पर, लड़की ने जवाब दिया कि जब उसके पिता उसके लिए यूनिफॉर्म खरीद देंगे तो वह पहन लेगी। बच्ची ने बताया कि जवाब सुनने के बाद मनोज कुमार दुबे उसे चिल्लाकर डांटने लगा और फिर क्लास के अंदर ही पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान आरोपी दुबे ने जातिसूचक गालियां दीं और उसे स्कूल से निकाल दिया।

आरोपी अक्सर टीचर-बच्चों पर जमाता है धौंस

थाना प्रभारी के मुताबिक, आरोपी अक्सर स्कूल टीचरों पर धौंस जमाता है और उनके साथ बदतमीजी करता है। उसके रसूख के चलते प्रिंसिपल से लेकर टीचर तक सब डरे-सहमे रहते हैं। कई बार पहले भी वह टीचर और अन्य बच्चों के साथ बुरा बर्ताव कर चुका है लेकिन उसके खिलाफ कोई आवाज़ नहीं उठाता है।

पूर्व प्रधान पर SC/ST Act व अन्य धाराओं में केस दर्ज

थाना प्रभारी यादव ने बताया कि बच्ची की मां की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ मारपीट, धमकाने और अनुसूचित जाति, जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम (एससी/एसटी एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए तलाश की जा रही है।