उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवादी निरोधक दस्ते यानी एटीएस ने सहारनपुर जिले के देवबंद से एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। यह युवक देवबंद के एक निजी छात्रावास में रहा रहा था। हक पर आरोप है कि वह एक आतंकी संगठन में शामिल होने की योजना बना रहा था। पुलिस के मुताबिक यह युवक मूलतः झारखंड का है और कई सालों से यहां रह रहा था।

यूपी पुलिस के आतंकवादी निरोधक दस्ते ने देवबंद के एक निजी छात्रावास से 19 वर्षीय युवक इनामुल हक को गिरफ्तार किया है। वह कथित तौर पर एक आतंकी संगठन में शामिल होने की योजना बना रहा था। इसी आरोप के चलते इनामुल हक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, इनामुल हक कथित तौर पर लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य के संपर्क में था।

इनामुल हक के बारे में एटीएस का कहना है कि वह कुछ दिनों में हथियारों के प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान जाने की योजना बना रहा था। साथ ही इनामुल हक जिहाद पर वीडियो अपलोड करने के साथ प्रचारित/ प्रसारित भी करता था, ताकि अन्य लोगों को इसमें शामिल होने के लिए उकसाया जा सके। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए युवक इनामुल के पिता एक छोटे कारोबारी हैं।

आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) के एडीजी जीके गोस्वामी ने कहा कि इनामुल हक मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है। यहां इनामुल हक पिछले दो साल से हॉस्टल में रह रहा था। हालंकि, उसने यह नहीं बताया है कि वह किस स्कूल या मदरसे में पढ़ रहा है। एडीजी जीके गोस्वामी ने बताया कि वह (इनामुल हक) स्वभाव से काफी कट्टरपंथी प्रतीत होता है।

एटीएस के अनुसार, इनामुल हक के पास से चार सिम कार्ड और एक मेमोरी कार्ड बरामद किया है। हालांकि, आगे जांच के दौरान उसके द्वारा बताए गए विवरण की पुष्टि करेंगे। वहीं, पुलिस ने मुजफ्फरनगर के दो युवकों फुरकान अली और नबील खान के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। एडीजी जीके गोस्वामी ने बताया कि उन्होंने अली और खान को मामले में क्लीन चिट नहीं दी है।

पुलिस के मुताबिक, उन्हें सूचना मिली थी कि देवबंद में कुछ युवक विभिन्न धार्मिक स्थलों पर विस्फोट करने की योजना बना रहे हैं। जिसके चलते इस कार्रवाई को अंजाम दिया था, वही एडीजी ने भी कहा है कि, हम सभी लोगों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। इसके अलावा एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें पता चला कि हक जिहाद को लेकर अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिए अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश के लोगों के संपर्क में भी था।”