सेना के श्रीनगर बेस अस्पताल में तैनात एक फिजियोथैरेपिस्ट को कानपुर की युवती ने हनीट्रैप का शिकार बना दस लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ित के कजिन की शिकायत पर पुलिस ने जांच के बाद मुकदमे के आदेश दिए हैं। युवती का पिता पिछले महीनों धोखाधड़ी के मामले में जेल से छूटा है। वह भी साजिश में शामिल है। पुलिस का कहना है कि सारे मामले की विवेचना की जा रही है। अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

मामले के मुताबिक दो साल पहले उड़ीसा में तैनाती के दौरान युवती ने इंस्टाग्राम के जरिए सेना के चिकित्सक से दोस्ती की। उसे अपने प्यार के जाल में फंसाया और फिर उसकी आपत्तिजनक हालत में वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। फौजी ने बचने के लिए उसे दस लाख रुपये का भुगतान भी किया। लेकिन युवती अब संपत्ति अपने नाम करने को ब्लैकमेल कर रही है। आरोप है कि उसने फौजी से शादी के कागज पर धोखे से दस्तखत करा लिए थे।

शिकायत में कहा गया है कि फौजी दो वर्ष पूर्व उड़ीसा में मिलिट्री अस्पताल में तैनात था। इसी दौरान इंस्ट्राग्राम के जरिए उसके साथ युवती ने दोस्ती की। छुट्टी में अपने शहर बुलाकर उससे शारीरिक रिश्ते बनाए। फिर उसकी वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इससे युवती के जाल में फंस चुका फिजियोथैरेपिस्ट दहशत में आ गया। फिलहाल वह फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज में अपनी बुआ के घर पर रह रहा था। एक दिन परेशान हालत में देख कजिन ने उसे कुरेदा तो उसने पूरी कहानी सुना दी।

भाई इसके बाद एसएसपी के पास पहुंचा और उनसे मदद मांगी। पीड़ित फिजियोथैरेपिस्ट के पिता भी सेना में है। शिकायत में कहा गया है कि युवती का पिता पिछले महीनों धोखाधड़ी के मामले में जेल से छूटा है। वह भी साजिश में शामिल है। वह अपनी बेटी के साथ मिलकर साजिश रचने में शामिल रहा। पुलिस का कहना है कि सारे मामले पर गौर करने के बाद जांच शुरू की गई है। हो सकता है कि युवती ने कुछ और लोगों को भी अपना शिकार बनाया हो। फिलहाल युवती और उसके पिता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। अब उनसे गहन पूछताोछ की जा रही है।