Unnao Rape Case Kuldeep Singh Sengar: उत्तर प्रदेश के चर्चित उन्नाव रेप कांड (Unnao Rape Case) के मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) के भाई की मौत कैसे हुई…? अब इसपर अलग-अलग विरोधाभासी बयान आने लगे हैं। यहां सबसे पहले आपको बता दें कि कुलदीप सिंह सेंगर के भाई छोटे भाई मनोज सेंगर की तबियत बिगड़ने के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया था जहां बीते रविवार
(27-10-2019) उसकी मौत हो गई।
ड्रग्स से हुई मौत?: मनोज की तबियत उन्नाव में ही खराब हुई थी जिसके बाद उसे शनिवार को लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और फिर वहां से उसे शनिवार की देर रात दिल्ली लाया गया था। मनोज की मौत रविवार की सुबह करीब 6 बजे हुई। मनोज की मौत को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि उसे हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल ले जाया गया था। हालांकि कुछ लोगों को यह भी दावा है कि उसकी मौत ड्रग्स के ओवरडोज की वजह से हुई है। जानकारी के मुताबिक मनोज ने हाल ही में ड्रग्स लेने शुरू किया था और शनिवार को उसने काफी मात्रा में ड्रग्स ली थी जिसके बाद उसकी हालत खराब हो गई थी। हालांकि उसकी मौत कैसे हुई अभी भी यह स्पष्ट नहीं है?
भाई को दे रहा था कानूनी मदद: जानकारी के मुताबिक मनोज सेंगर पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में ही रह रहा था। वो उन्नाव गैंगरेप और हत्या के आरोपी अपने भाई कुलदीप और जयदीप सेंगर के केस में उन्हें कानूनी मदद पहुंचा रहा था। वो इस केस के वकीलों से मिलकर इस पूरे मामले में अपने भाइयों के लिए रिहाई का रास्ता तलाश रहा था। बता दें कि कुलदीप, जयदीप और उनके 2 सहयोगी अभी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। इनपर साल 2017 में एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप करने, लड़की के पिता को झूठे मुकदमे में फंसाकर उन्हें जेल में डलवाने और साल 2018 में पिता की थाने में पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप है।
‘लंकेश’ के नाम से था चर्चित: कुलदीप सिंह सेंगर का सबसे छोटा भाई मनोज अपने इलाके में तीनों भाइयों में सबसे खूंखार माना जाता था। कहा जा रहा है कि वो ‘रावण’ की पूजा करता था और खुद को ‘लंकेश’ कहलाना पसंद करता था। मनोज चुनाव के वक्त अपने बड़े भाई कुलदीप सिंह सेंगर के लिए चुनाव प्रचार का कमान भी संभालता था।
मनोज पर हैं गंभीर आरोप: उन्नाव गैंगरेप और सड़क हादसा केस में मनोज पर भी गंभीर आरोप हैं। गैंगरेप की पीड़िता ने मनोज पर उसकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। पीड़ित लड़की ने कहा था कि मनोज ने उसे और उसके परिवार को धमकी दी थी कि अगर उन्होंने उसके भाई पर लगे सभी चार्ज वापस नहीं लिए तो वो उनकी हत्या कर देगा। इसी साल जून के महीने में पीड़ित परिवार की कार रायबरेली में एक गंभीर हादसे की शिकार हो गई थी।
हादसे में लड़की के 2 रिश्तेदारों की मौत भी हुई थी। इसके अलावा लड़की और उसके वकील को काफी गंभीर चोटें आई थीं। इसके बाद परिवार की तरफ से जो एफआईआर थाने में दर्ज कराई गई थी उसमें मनोज, ट्रक के मालिक, ड्राइवर और सफाईकर्मी को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। इस मामले में पुलिस ने बाद में ट्रक के ड्राइवर और क्लीनर को गिरफ्तार किया था जो अभी बेल पर जेल से बाहर हैं। (और…CRIME NEWS)
