मुंबई अंडरवर्ल्ड के डॉन कहे जाने वाले दाउद इब्राहिम को कौन नहीं जानता। इसी दाउद की डी कंपनी से जुड़ा एक शख्स था जो बाद में दाउद का राइट हैंड कहलाने लगा और उसका नाम छोटा शकील के रूप में जाना गया। मुंबई बम धमाकों में आरोपी छोटा शकील मोस्टवांटेड अपराधी है, लेकिन आज तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।

कौन था छोटा शकील: दक्षिणी मुंबई के नागपाड़ा का रहने वाले छोटा शकील का असली नाम मोहम्मद शकील बाबू शेख था। 50 के दशक में पैदा हुआ छोटा शकील शुरुआत में एक ट्रैवेल एजेंसी चलाता था। लेकिन उसकी एजेंसी की गतिविधियां हमेशा ही संदिग्ध रही। कई सालों तक इस बिजनेस में रहने के बाद 1988 में दाउद की गैंग में शामिल हो गया। हालांकि, उस दौर में दाउद का सारा काम छोटा राजन देखता था।

इस साल हुआ गिरफ्तार: डी कंपनी से जुड़ने के बाद वह दाउद के अन्य गुर्गों के साथ जबरन वसूली, अपहरण, सट्टेबाजी के कामों में लगा रहा। वहीं छोटा शकील के अंदर दाउद का करीबी बनने का टीस बनी रही, लेकिन उस समय छोटा राजन ही सब कुछ था। साल 1988 में ही छोटा शकील को राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद वह चार महीने जेल में रहा। जब शकील को जमानत मिली तो वह फरार होकर दुबई निकल गया। बता दें कि, यही वह साल था जब दाउद भी भारत छोड़कर दुबई चला गया था।

यहां से दिया था बम धमाकों को अंजाम: छोटा शकील और दाउद भले ही दुबई में थे, लेकिन मुंबई का माफिया राज दुबई के ही फरमान पर काम करता था। साल 1993 में दुबई में ही बैठकर दाउद ने मुंबई सीरियल बम धमाकों की साजिश रची थी, जिसे इन आतंकियों ने अंजाम भी दिया था। इन्ही हमलों के एक साल बाद छोटा राजन ने दाउद का साथ छोड़ दिया और सारा कंट्रोल छोटा शकील के हाथ में आ गया।

इस देश में जाकर बस गए ये आतंकी: साल 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम धमाकों के बाद दाउद और छोटा शकील दोनों पाकिस्तान में बस गए। छोटा शकील के तीन बच्चे हैं, जिनमें एक बेटा और उसकी दो बेटियां है। उसकी बेटियों के नाम जोया और अनाम हैं और दोनों की शादी कराची में हुई है। वहीं शकील के बेटे का नाम मुखबिर शेख है।

छोटा राजन को मारने का भी किया प्रयास: साल 1994 में जब छोटा राजन अलग हुआ और अपनी गैंग बनाई, तभी से दाउद नाराज था। इस कारण दाउद ने छोटा शकील के माध्यम से छोटा राजन को कई बार मारने का प्रयास भी किया, लेकिन हर बार वह बच निकला। साल 2000 में छोटा शकील ने बैंकॉक में छोटा राजन पर हमला करवाया। इसके कुछ सालों बाद जब राजन आस्ट्रेलिया में था तो उस वक्त भी छोटा शकील ने गुर्गों को काम पर लगाया था और अभी जब छोटा राजन जेल में बंद है तो भी उस पर हमला करवाया गया था।

साल 2015 में छोटा शकील ने अपने गुर्गों से मुंबई के कुछ बड़े बिल्डर्स को धमकाया था, ताकि वह जबरन वसूली कर सके। वहीं साल 2016 में भी छोटा शकील के कहने पर कई बड़े नेताओं की हत्या की सुपारी ली गई थी, जिसमें बाद में गुजरात एटीएस ने छोटा शकील के शार्प शूटर नदीम रसूल को उसके साथियों के साथ पकड़कर विफल कर दिया था।

वहीं साल 2017 में छोटा शकील के मरने की खबर भी आई थी, जिसमें कहा गया कि उसे दिल का दौरा पड़ा था और जब तक उसे अस्पताल ले जाया जाता तब तक उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि, छोटा शकील की मौत की पुष्टि आज तक नहीं हो पाई है।