रायपुर से एक शर्मनाक खबर सामने आई है। यहां दो बहनें रक्षाबंधन मनाने के बाद अपने चचेरे भाई के साथ बाइक से लौट रही थीं। तभी रास्ते में 10 आरोपियों ने उन्हें रोक लिया और उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। एक पीड़िता नाबालिग है। फिलहाल पुलिस ने मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सामूहिक बलात्कार की घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत की राष्ट्रपति राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं। बयान के आधार पर पुलिस ने दस युवकों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी एक राजनीतिक पृष्ठभूमि वाला है। वह पहले भी एक हत्या के मामले में आरोपी था और हाल ही में बलात्कार के एक मामले में जमानत पर बाहर आया था।
इस मामले में रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया, “घटना 31 अगस्त की शाम को मंदिर हसौद क्षेत्र में हुई जब एक नाबालिग सहित दो बहनें अपने चचेरे भाई के साथ बाइक पर रक्षा बंधन मनाकर लौट रही थीं। वे शहर पहुंचने वाले थे तभी भानसोज इलाके में एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने उनका रास्ता रोक लिया और उनके मोबाइल फोन और पर्स लूट लिए।”
धमकी देकर लड़कियों को बाइक पर बैठाया और सुनसान जगह पर ले गए
कुछ ही सेकंड में वहां चार मोटरसाइकिल सवार युवक सड़क की दूसरी तरफ से आए। सभी एक-दूसरे के परिचित थे। एसपी ने कहा कि आरोपियों ने लड़कियों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी और उन्हें अपनी बाइक पर बैठने के लिए मजबूर किया। वे उन्हें सड़क से एक सुनसान जगह पर ले गए। जहां उन्होंने दोनों लड़कियों के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया और मौके से भाग गए। उन्होंने लड़कियों के चचेरे भाई को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पीड़ित किसी तरह मामले की रिपोर्ट करने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचे। मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए तेजी से कार्रवाई करते हुए अलग-अलग टीमें गठित कीं।
पुलिस के लिए आरोपियों की पहचान करनी मुश्किल थी क्योंकि वे उन्हें पहले से नहीं जानते थे। हालांकि अन्य विवरणों की मदद से पुलिस ने तीन घंटे के भीतर छह आरोपियों को पकड़ लिया और शुक्रवार सुबह तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने कहा कि उनमें से दस को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर है
मुख्य आरोपी की पहचान पूनम ठाकुर के रूप में की गई है जो एक हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ आरंग और मंदिर हसौद पुलिस स्टेशनों में हत्या सहित कम से कम पांच मामले दर्ज हैं। वह 2019 में कारावास की सजा काट चुका है। उसे बलात्कार के आरोप में 2022 में फिर से गिरफ्तार किया गया और हाल ही में 17 अगस्त को जमानत पर रिहा किया गया। बाकी आरोपियों की पहचान घनश्याम निषाद, लव तिवारी, नयन साहू, केवल वर्मा, देवचरण धीवर, लक्ष्मी ध्रुव, प्रहलाद साहू, कृष्णा साहू और युगल किशोर के रूप में हुई है। पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम के तहत दस आरोपियों को गिरफ्तार किया है।