बिहार में बेलगाम अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। एक तरफ पटना, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, भागलपुर में दिनदहाड़े बैंक लूटने की वारदाते हो रही हैं, तो दूसरी तरफ हत्याओं का सिलसिला जारी है। ताजी घटना भागलपुर की है। बुधवार शाम शहर से सटे मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के बाईपास स्थित महाकाल ढाबा पर दो सगे भाइयों की बदमाशों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी। बाइक से आए बदमाशों ने बेहद नजदीक से सिर और कनपटी में गोली मारी। मामले में पुलिस को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। एसएसपी निताशा गुड़िया ने हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है।
घटना के वक्त किसनपुर गांव निवासी दोनों सगे भाई गोविंद यादव और राज कुमार यादव सो रहे थे। गनीमत रही कि उनके छोटे भाई गुलशन हत्यारों को देखकर खटिया की आड़ में छिप गया, नहीं तो बदमाश उसकी भी जान ले लेते। गुलशन इस खूनी खेल का चश्मदीद है। पुलिस ने उसके आवेदन पर ही विशुनदेव यादव, विक्की यादव, बमबम यादव, विक्रम यादव, रितिक यादव, सुमन यादव के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। गुलशन के मुताबिक सभी बदमाश मोटरसाइकिल से आए थे। उस समय ढाबे में कोई नहीं था। बदमाशों के जाने के बाद उसने शोर मचाया तो आसपास और किसनपुर ग़ांव के लोग वहां आए।
सूचना पाकर थाना मधुसूदनपुर पुलिस मौके पर पहुंची। एएसपी पूरन कुमार झा चार थानों के पुलिस बल के साथ आए। दोनों शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज भागलपुर भेज दिया। एएसपी के मुताबिक हत्या के पीछे ढाबा के साझेदार से आपसी हिसाब-किताब को लेकर झगड़े की बात सामने आई है। महाकाल ढाबा गोविंद और विक्रम ने मिलकर दो महीने पहले ही साझेदारी में खोला था। विक्रम यादव समेत पांच इसके सहयोगी नामजद हैं।
एसएसपी निताशा गुड़िया ने आरोपितों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। हत्या को लेकर किशनपुर में दो पक्षों में तनाव को देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
दूसरी तरफ सूत्रों का कहना है कि ढाबे की आड़ में शराब तस्करी भी की जाती थी। कुछ रोज पहले एक कार से पुलिस ने शराब पकड़ी थी। वह हत्या में नामजद आरोपी की बताई जा रही है। आरोप है कि इसे मृतक गोविंद ने पकड़वाई थी। इसी को लेकर रंजिश हुई, जिसके बाद हत्या की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।