दिल्ली में एक शर्मनाक घटनाक्रम में एक युवती का उसकी मालकिन ने ही गैंगरेप करवाकर उसकी जुबान भी कटवा दी। घटना दो साल पहले हुई थी। इससे भी दुखद बात यह है कि पुलिस उसकी रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही थी। दो साल के संघर्ष के बाद कोर्ट के आदेश पर अब मामला दर्ज हुआ। घटना दक्षिणी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके की है। घटना के बाद आरोपी मालकिन ही उसको गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में नाम बदलकर भर्ती करा दिया था। पीड़ित युवती को जब होश आया तो वह अस्पताल में बुरी तरह दर्द से कराह रही थी। उसके मुंह, आंख, जीभ, सिर और माथे पर गंभीर चोटें थीं।

कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया

यहां की एक महिला ने घर पर काम करने वाली नौकरानी युवती को अपने घर पर रात में बर्थडे पार्टी में खाना बनाने के लिए बुलाया। इस दौरान उसको कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। इससे वह बेहोश हो गई। फिर घर में आए महिला के चार-पांच दोस्तों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं, पीड़िता इसकी कहीं कोई शिकायत न कर सके, इसलिए उसकी जुबान भी काट दी।

पानी मांगने के नाम पर बार-बार हाथ छू रहे थे

पीड़ित युवती का आरोप है कि मसाज सेंटर चलाने वाली उसकी मालकिन 29 दिसंबर 2022 को उसे अपनी बेटी के बर्थडे पर कुछ लोगों के लिए खाना बनाने के लिए बुलाया था। रात करीब 8-9 बजे घर पर चार-पांच लोग आए थे। इनमें से एक युवक ने उससे पानी मांगने के दौरान दो बार उसका हाथ पकड़ने की कोशिश भी की थी।

अस्पताल में जब पीड़िता को अपने साथ हुई घटना की जानकारी मिली तो वह किसी तरह वहां से निकलकर घर पहुंची और परिजनों को बताया। घरवालों को कुछ भी पता नहीं था, वे यह समझ रहे थे कि वह मालकिन के घर पर ही अब तक रुकी हुई थी। घर वाले उसे लेकर स्थानीय पुलिस स्टेशन गये, लेकिन रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई। इसके बाद दक्षिण-पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस के सीनियर अफसरों से इसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हैरान-परेशान होकर पीड़ित युवती कोर्ट पहुंची और आरोपियों पर केस दर्ज करने की मांग की। कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई और पीड़िता की शिकायत पर स्थानीय एसएचओ को केस दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

उधर, हरियाणा के रोहतक में इलाज के लिए लाई गई महिला कैदी के साथ पुलिस वैन के अंदर ही दो अन्य कैदियों ने कथित तौर पर दुष्कर्म कर दिया। घटना के समय वहां मौजूद पुलिसकर्मी कागजी कार्रवाई करने में व्यस्त थे। घटना का खुलासा होने पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ बुधवार की रात जींद के सिविल लाइंस थाने में जीरो रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पीड़िता महिला कैदी मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में सजा काट रही थी। घटना 20 फरवरी की है, लेकिन रिपोर्ट 17 अप्रैल को दर्ज कराई गई।

पुलिस के मुताबिक उसको 20 फरवरी को इलाज के लिए पीजीआई रोहतक ले जाया गया था। इस दौरान जब सुरक्षाकर्मी अस्पताल में कागजी कार्रवाई में व्यस्त थे, तभी पुलिस वैन के अंदर मौजूद दो अन्य कैदी मनीष और सतीश ने उसको कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। इससे वह कुछ देर में अचेत हो गई और दोनों आरोपी कैदियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।