देशभर में रोजाना ठगी के सैकड़ों मामले सामने आते हैं। ठगी की खबर सुर्खियों में रहती है। शातिर दिमाग का इस्तेमाल कर ठग लोगों को चूना लगाते हैं। लेकिन इस बार तो उन्होंने हद ही कर दी। उन्होंने देश के सबसे प्रसिद्ध बैंक एसबीआई की फर्जी शाखा खोल दी। वे यहीं रुके उन्होंने लाखों लेकर यहां लोगों की फर्जी नियुक्ति भी कर दी।
मामला छत्तीसगढ़ के सक्ती की है। फिलहाल पूरे मामले में पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि ठगों ने कोरबा और कवर्धा के कई लोगों से लाखों की ठगी की है। हालांकि, घटना का पर्दाफाश होने के बाद से सभी आरोपी फरार हैं।
आज तक में छपी रिपोर्ट के अनुसार इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब मनोज अग्रवाल नाम का शख्स कियोस्क शाखा खोलने का आवेदन लेकर पहुंचा। इस दौरान छोपरा गांव में एसबीआई की शाखा देखकर उसे शक हुआ। जांच पड़ताल की गई तो पता चला शाखा नकली है।
ऐसे में उसने डभरा ब्रांच के अधिकारियों को दी। उन्होंने आकर जब जांच की तो पूरे फर्जीवाड़े पर से पर्दा उठ गया। जांच में पता चला कि पैसे लेकर कुछ लोगों को फर्जी तौर पर नियुक्त किया गया था और उक्त शाखा में ट्रेनिंग के लिए बैठाया गया था। जब पुलिस ने शाखा में छापा मारा तो फर्जी मैनेजर फरार हो गया।
फिलहाल पुलिस ने मौके पर मौजूद कंप्यूटर सिस्टम और हार्ड डिस्क को जब्त कर लिया है। हालांकि, पुलिस को मौके पर से बैंक संबंधित किसी भी तरह के कागजात नहीं मिले हैं। यहां तक की जिस घर में शाखा खोलने के लिए किराया लिया गया था, उसके मालिक को भी इसका कोई अंदाजा नहीं था।
सक्ती एसडीपीओ ने बताया कि इस मामले में बैक के रायपुर रीजन के मैनेजर के नकली सील और दस्तावेज मिले हैं। पुलिस ने पूरे मामले में सुसंगत धाराओं से तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस की मानें तो रिमोट क्षेत्र होने के कारण ठगों ने इस गांव को चुना। नौकरी देने के नाम पर लोगों से पैमेंट भी यूपीआई के जरिए कराया। साथ ही नौकरी के लिए और भी लोगों को लाने के लिए कहा।
पूरे मामले में कोरबा निवासी रेखा साहू और मनधीर दास के नाम भी सामने आए हैं। ठगी का शिकार हुए लोगों ने इन्हें ही पैसे दिए थे। पुलिस इन लोगों की तलाश कर रही है।