देश की राजधानी दिल्ली में साइबर ठगों ने आतंक मचा रखा है, साइबर ठगों ने केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल और स्वदेशीकरण निदेशालय के अधिकारी समेत चार लोगों से केवाईसी कराने के नाम पर 22 लाख रुपए की ठगी कर ली। पुलिस ने इन चारों मामले को एक साथ 18 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पांंच लाख रुपए की ठगी: दिल्ली के आरकेपुरम स्थित केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल अवधेश दूबे के पास केवाईसी कराने के लिए कॉल आया। कॉलर ने कहा कि वह उन्हें अपने खाते की केवाईसी कराने के लिए एक एप डाउनलोड कर उसके वॉलेट में 100 रुपए भेजने होंगे। अवधेश ने एप डाउनलोड कर आरोपी के वॉलेट में 100 रुपए भेज दिए। रकम भेजने के बाद कॉलर ने बोला अब आपको एक नंबर पर एसएमएस करना होगा। एसएमएस करते ही उनके खाते से पांच लाख रुपए उड़ा लिए गए।
Hindi News Today, 23 October 2019 LIVE Updates
पेटीएम केवाईसी के नाम पर ठगी: दिल्ली के चाणक्यपुरी में रहने वाले स्वदेशीकरण निदेशालय के अधिकारी बैद्यनाथ प्रसाद गुप्ता के पास एक कॉलर ने पेटीएम की केवाईसी कराने के लिए कॉल किया और इस बार भी ठग ने अपने खाते में एक रुपये ट्रांसफर करने को कहा। पीड़ित वैद्यनाथ ने अपने क्रेडिट कार्ड से एक रुपये ट्रांसफर कर दी जैसे ही उन्होंने ठग के वॉलेट में एक रुपए ट्रांसफर की, उनके खाते से 78 हजार रुपये उड़ा लिए गए। इसी प्रकार से जनकपुरी निवासी भारत पेट्रोलियम में कस्टमर केयर प्रतिनिधि संगीता चावला के पास ठगों ने कॉल कर पेटीएम की केवाईसी कराने के लिए क्विक एप डाउनलोगड कर, दस रुपए का ट्रांजेक्शन करने को कहा संगीता ने जैसे ही दस रुपए का ट्रांजेक्शन किया उनके खाते से 75 हजार रुपए निकाल लिए गए।
खाते का नंबर बदल 16 लाख की ठगी: इससे आगे बढ़ते हुए ठगों ने मालवीय नगर के निवासी जसबीर का सिंडिकेट बैंक में खाता है। वह पिछले दिनों किडनी के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती थे। इस दौरान ही उनके खाते से 16 लाख रुपए सात ट्रांजेक्शन कर निकल लिए गए। ठगो ने फर्जी दस्तावेज और हस्ताक्षर से नया सिम जारी करा कर उसे बैंक में अपडेट कराया था। जिसके बाद यह फर्जीवाड़ा हुआ। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौपा गया है।

