Telangana Crime News: तेलंगाना के जनगांव जिले में कथित रूप से जमीन के विवाद में सूचना के अधिकार (RTI) कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। पुलिस ने सोमवार को कहा कि रिटायर्ड मंडल परिषद विकास अधिकारी (MPDO) के अपहरण और हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि 70 साल के नल्ला रामकृष्णैया के लापता होने के तीन दिन बाद उनका शव पानी से भरी खदान की झील में मिला। इसके बाद रविवार को उनकी हत्या की बात सामने आई।
नल्ला रामकृष्णैया के बेटे ने की थी गुमशुदगी की शिकायत
पुलिस ने कहा कि मृतक के बेटे ने कुछ दिन पहले उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की शुरुआती जांच में सामने आया कि रामकृष्णैया के साथ हत्याकांड के मुख्य आरोपी जी अंजैया का विवाद था। वह जमीन के मुद्दे पर सरकारी अधिकारियों से उसके खिलाफ शिकायत करने पर रामकृष्णैया से रंजिश रखता था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसने कथित तौर पर रामकृष्णैया को खत्म करने के लिए सुपारी पर हत्या करने वाले एक गिरोह को काम पर रखा था।
दो कॉन्ट्रैक्ट किलर गिरफ्तार, फरार आरोपियों की तलाश तेज
सुपारी पर हत्या करने वाले गिरोह ने कथित तौर पर 15 जून को पोचन्नापेटा में रामकृष्णैया का अपहरण कर लिया था। पुलिस ने कहा कि उन्होंने तौलिये से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और शव को खदान की पानी से भरी झील में फेंक दिया। पुलिस ने रविवार को अंजैया और दो सुपारी हत्यारों (Contract Killers) को गिरफ्तार कर लिया और बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है।
आरटीआई आवेदन और मुकदमे की वजह से हुई निजी दुश्मनी
पुलिस ने कहा कि रामकृष्णैया ने अदालत में आरटीआई आवेदन और मुकदमे दायर किए थे। उन्होंने अंजैया के खिलाफ मानवाधिकार आयोग से भी संपर्क किया था ताकि पोचन्नापेट गांव में सरकार द्वारा सौंपी गई भूमि से संबंधित पट्टा (भूमि विलेख) को रद्द किया जा सके, जिस पर अंजैया ने कथित रूप से कब्जा कर रखा था। इससे उनके बीच निजी दुश्मनी हो गई थी और अंजैया ने पूर्व एमपीडीओ को मारने के लिए गिरोह को काम पर रखा था।
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8 लाख रुपये में दी कत्ल की सुपारी, 50 हजार एडवांस
मुख्य आरोपी अंजैया तेलंगाना में सत्तारूढ़ बीआरएस से संबंधित एक स्थानीय जिला परिषद प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र (ZPTC) के सदस्य का पति है। उसने तिरुपति नाम के एक व्यक्ति से संपर्क किया और उसे रामकृष्णैया को खत्म करने के लिए 8 लाख रुपये देने की पेशकश की। पुलिस ने कहा कि तिरुपति काम करने के लिए राजी हो गया और अंजैया से 50,000 रुपये की एडवांस रकम ले ली। इसके बाद गिरोह के सदस्यों ने कथित तौर पर 15 जून को एक कार में रामकृष्णैया का अपहरण कर लिया और बाद में उसकी हत्या कर दी और शव को फेंक दिया।