हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वालों के मन में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर एक प्रकार का भ्रम रहता है। छात्रों में ऐसी मान्यता होती है कि अच्छी अंग्रेजी के बदौलत ही UPSC में सफलता अर्जित की जा सकती है। इस धारणा को मध्य प्रदेश के सतना जिले की सुरभि गौतम ने गलत साबित किया। सतना जिले में सुरभि गौतम की शुरुआती पढ़ाई हुई, इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई उन्होंने हिंदी मीडियम से की, आम छात्रों की तरह उनको भी अपनी अंग्रेजी पर कॉन्फिडेंस नहीं था।
बचपन से पढ़ाई में होशियार रहीं सुरभि गौतम ने इंटरमीडिएट के बाद इंजीनियरिंग का एंट्रेस एग्जाम पास किया और एक नामी कॉलेज में बीटेक कोर्स में दाखिला लिया। यहां से सुरभि को अंग्रेजी का प्रभाव पता चला। मेधावी छात्रा होने के बावजूद वह टीचरों की निगाहों से बचती थीं, क्योंकि उन्हें अपनी अंग्रेजी पर कमांड नहीं महसूस होता था। लेकिन सुरभि ने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दी बल्कि इसके लिए पढ़ाई शुरू की। कुछ ही महीनों में उनकी अंग्रेजी तो दुरुस्त हो ही गई साथ ही वह अपने सपनों के प्रति भी आश्वस्त हो गईं, जो उन्होंने बचपन में देखा था।
एक इंटरव्यू में सुरभि गौतम ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए बताया था कि पढ़ाई लिखाई में अच्छी होने के कारण वह हमेशा टीचरों की पसंदीदा रहीं, पांचवीं क्लास में जब 100 में 100 नंबर आए तो टीचर ने कहा कि एक दिन तुम बड़े पद पर जाओगी। इसके बाद हाई स्कूल की परीक्षाओं में उन्होंने गणित और साइंस दोनों में 100 में से 100 नंबर मिले। एक अखबार ने उनसे इंटरव्यू में पूछा कि आगे करियर में क्या करना चाहेंगी तो जवाब अपने पांचवीं क्लास वाली टीचर की बात को दोहराते हुए कहा कि बड़ी अधिकारी बनूंगी। इसी के बाद उन्होंने तय किया कि UPSC की परीक्षा पास करनी है।
इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद सुरभि ने कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलताएं अर्जित की। जिसमें GATE, इसरो, दिल्ली पुलिस, FCI, SSC और CGL की परीक्षाओं में कामयाबी मिली, इसी दौरान उन्होंने IES का एग्जाम दिया और यहां उनकी पहली रैंक आ गई। इसके बाद सुरभि अपनी अपनी UPSC की तैयारी को लेकर आशवस्त हो गईं। साल 2016 में वह इसमें शामिल हुईं और पहले ही प्रयास में 50वीं रैंक हासिल कर पूरे परिवार के सपने को साकार कर दिया।
जो सुरभि कभी अंग्रेजी से कतराया करती थीं, जब वह इंटरव्यू के लिए गईं तो आत्मविश्वास से इतनी लबरेज थीं कि वहां उन्हें 275 में से 198 नंबर मिले थे। वह तैयारी करने वाले हर छात्र से कहती हैं कि UPSC में सफलता हासिल करने का कोई शॉर्ट कट नहीं है, सिर्फ आपको सधी हुई तैयारी करनी है, सिलेबस के हिसाब से अपनी रणनीति खुद बनाएंगे तो आपको समफलता जरूर मिलेगी।