Sidhu Moose Wala Murder Case: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में कथित मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक सचिन थापन उर्फ बिश्नोई को दिल्ली पुलिस द्वारा अजरबैजान से प्रत्यर्पित किए जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक टीम जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भतीजे सचिन थापन उर्फ बिश्नोई को गिरफ्तार करने के लिए पहले ही अजरबैजान के लिए रवाना हो चुकी है।
पिछले अप्रैल में फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गया था सचिन थापन
सचिन को कुछ दिन पहले अजरबैजान में स्थानीय अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। वह पिछले अप्रैल में फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गया था। पुलिस ने कहा कि उसके सहयोगी और चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई को साल 2022 में केन्या में हिरासत में लिया गया था, लेकिन उसे कथित तौर पर इस साल अमेरिका में पंजाबी गायक करण औजला और शैरी मान के साथ पार्टी करते देखा गया था। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई, 2022 को पंजाब के मनसा में हमलावरों के एक गैंग ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ मुख्य अपराधी के रूप में नामजद
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ को इस संगीन जुर्म के मुख्य अपराधियों के रूप में नामजद किया गया था क्योंकि उन दोनों ने कथित तौर पर अपने करीबी सहयोगी विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए मूसेवाला के कत्ल की साजिश रची थी। एक फेसबुक पोस्ट में गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने की जिम्मेदारी ली थी। सचिन और अनमोल दोनों पिछले साल मई से फरार हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए सचिन वास्तविक घटना से एक महीने पहले भाग गया था।
सचिन ने फर्जी पासपोर्ट पर पहले दुबई और फिर दूसरे देशों की यात्रा की
पुलिस ने कहा कि वह पहले फर्जी पासपोर्ट पर दुबई गया और फिर दूसरे देशों की यात्रा की। काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट से सहायक पुलिस आयुक्त और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम के रविवार रात या सोमवार सुबह अजरबैजान पहुंचने की उम्मीद है। स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सचिन के प्रत्यर्पण से बिश्नोई-बराड़ गठबंधन की प्रमुख गिरोह गतिविधियां समाप्त हो जाएंगी।
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सचिन के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही हैं कई भारतीय सुरक्षा एजेंसियां
अधिकारी ने कहा, “कई भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पिछले एक साल से उसके (सचिन) प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही हैं। यह मूसेवाला हत्याकांड और देश भर में फैली गैंग की गतिविधियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। उससे पूछताछ से गिरोह द्वारा गायक की हत्या की योजना का पता चलेगा।” पिछले साल जून में सचिन ने मूसेवाला की हत्या की भी ‘जिम्मेदारी ली थी’।
मिद्दुखेड़ा मामले में मूसेवाला का नाम सामने आने को बताया था कारण
सचिन ने एक टीवी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि उसने कथित तौर पर गायक की हत्या कर दी क्योंकि उसने युवा अकाली दल के नेता और बिश्नोई के करीबी सहयोगी मिद्दुखेरा की हत्या करने वाले गैंगस्टरों को “वित्तीय रूप से समर्थन दिया और ठहरने का इंतजाम किया”। टीवी न्यूज चैनल से कथित बातचीत में सचिन ने कहा कि मिद्दुखेड़ा मामले में मूसेवाला का नाम “सामने आया” था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और “इसीलिए हमने उसे मार डाला”।