यूपी के श्रावस्ती जिले में भिनगा नगरपालिका बोर्ड के अध्यक्ष और उनके दो भाइयों को क्राइम ब्रांच की टीम ने 2018 में एक आदमी के बैंक खाते से 1.27 करोड़ रुपए की कथित तौर पर फर्जी हस्ताक्षर करके निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अध्यक्ष अजय आर्य और उनके भाई आशीष आर्य को बुधवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था, तीसरे भाई विजय को श्रावस्ती से गिरफ्तार किया गया है।

2018 में दर्ज हुई थी प्राथमिकी : राम प्रताप गुप्ता की शिकायत के बाद 2018 में भिनगा पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सभी तीनों आरोपियों पर आईपीसी की धारा 419,  420, 467, 468 के तहत केस दर्ज किया गया था। अजय, आशीष और विजय के खिलाफ अदालत ने गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी करने के बाद गिरफ्तारी की।

Hindi News Live Hindi Samachar 17 January 2020: पढ़ें आज की बड़ी खबरें

तीनों आरोपियों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किया गया था: भिंगा के एसएचओ दद्दन सिंह ने कहा कि “राम प्रताप गुप्ता की शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आरोप लगाया गया था कि अजय, उनके भाई आशीष और विजय और चार अन्य लोगों ने फर्जी हस्ताक्षर से बैंक खाते से 1.27 करोड़ रुपए निकाले थे। जांच के दौरान हमने आरोप को सही पाया। मंगलवार को एक स्थानीय अदालत ने तीन भाइयों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किया था और उन्हें गिरफ्तार किया गया।”

बैंक अफसरों से भी की जा रही पूछताछ : पुलिस के मुताबिक एफआईआर में शामिल अन्य लोग सौरभ, शिवम और शनि हैं। “एक अज्ञात व्यक्ति भी है। उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।” 1.27 करोड़ रुपए के इस मामले को लेकर काफी हंगामा हुआ था। पुलिस का कहना है कि इस मामले में बैंक अफसरों से भी पूछताछ की जा रही है।