Sharda University Medical Student Suicide: ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस (Bachelor of Dental Surgery) सेकेंड इयर की एक छात्रा ने सोमवार को कथित तौर पर शिक्षकों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण आत्महत्या कर ली। न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार यह घटना विश्वविद्यालय के हॉस्टल के 12वीं मंजिल स्थित कमरे में हुई, जो नॉलेज पार्क पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आता है।

शिक्षकों पर उत्पीड़न और अपमान का आरोप

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें पीड़िता ने अपने शिक्षकों पर उत्पीड़न और अपमान का आरोप लगाया है।

अपने सुसाइड नोट में, छात्रा ने पीसीपी और डेंटल मैटेरियल्स के शिक्षकों को अपनी मौत के लिए ज़िम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि उन्होंने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित और अपमानित किया, जिससे उसे तनाव हुआ। उसने मांग की कि अगर उसकी मौत होती है तो शिक्षकों को जवाबदेह ठहराया जाए और उन्हें परिणाम भुगतने पड़ें।

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दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “अगर मेरी मौत हुई तो इसके लिए PCP और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे। महेंद्र सर और शैरी मैम मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, मेरा अपमान किया। उनकी वजह से लंबे समय से मैं डिप्रेशन में हूं। मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यही सब सहना पड़े। सॉरी… मैं अब और नहीं जी सकती।”

इस घटना के बाद, यूनिवर्सिटी परिसर में तनाव बढ़ गया क्योंकि छात्रों ने कॉलेज अधिकारियों से जवाबदेही की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, मृतक छात्रा के परिजन भी परिसर में ही धरने पर बैठ गए।

कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया

पुलिस कर्मियों और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच तीखी बहस भी हुई। फिलहाल छात्र के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी सुधीर कुमार ने कहा, “छात्र के परिजनों की शिकायत के आधार पर विश्वविद्यालय प्रबंधन के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।” विश्वविद्यालय ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

इधर, छात्रा की मां ने ANI से बात करते हुए कहा, “मुझे अपनी बेटी के लिए न्याय चाहिए। सीएम योगी और पीएम मोदी को बुलाओ। जब भी इस विश्वविद्यालय में कोई प्रोग्राम होता है, योगी और मोदी दोनों आते हैं। कल रात 9 बजे से मैं यहां बैठी हूं। जब तक मुझे न्याय नहीं मिल जाता, मैं यहां से नहीं जाऊंगी। जो चाहो करो – मुझे ज़िंदा जला दो या इस जगह को बंद कर दो। पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज किया, जो ग़लत है… सभी बीडीएस छात्र डरे हुए हैं और अपने घर जाना चाहते हैं।”

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वहीं, मृतका के भाई ने कहा, “एक हफ़्ते पहले, एक प्रोफ़ेसर ने दावा किया था कि मेरी बहन ने अपने असाइनमेंट और किताबों पर जाली हस्ताक्षर किए हैं, जिसके कारण मेरे पिता सोमवार को यहां आए थे। उन्होंने प्रोफ़ेसर और विभागाध्यक्ष से बात की… मेरे पिता ने कल सुबह मेरी बहन से बात की थी। इसके बाद, हमने बात नहीं की। बाद में, उसके बैचमेट्स से हमें पता चला कि शिक्षकों ने उसे ताना मारा था और कहा था कि वह जाली हस्ताक्षर करने में माहिर है। उन्होंने मेरी बहन को फ़ेल करने और उसे प्रैक्टिकल और परीक्षा देने से रोकने की भी धमकी दी थी। उस पर दबाव डाला गया था। इसलिए, उसे यह फ़ैसला लेना पड़ा। पुलिस ने हम पर, मेरे परिवार के सदस्यों पर लाठीचार्ज किया।”