पंजाब की कई महिलाओं को मस्कट में स्थानीय लोगों को बेचा जा रहा था और उन्हें अनैतिक गतिविधियों में भी लगाया गया था। वहां बचाई गई भारतीय महिलाओं ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। भारत में अपने परिवार के लिए बेहतर भविष्य के लिए ओमान गई कपूरथला की एक महिला के लिए खाड़ी देश में एक दु:खद और भयावह समय बीता। वहां उसने खुद को एक खतरनाक स्थिति में पाया। वहां उनकी मदद करने वाला कोई नहीं था, लेकिन वह अपनी दर्दनाक कहानी सुनाने के लिए जी रही थी।

क्या है कपूरथला की महिला रानी की दर्दनाक कहानी

अपने पति हरदीप सिंह की मौजूदगी में अपनी आपबीती सुनाते हुए रानी (अनुरोध पर नाम बदला गया) ने कहा कि उनकी सगी आंटी (मौसी/मामी) ने उन्हें इस साल 16 मार्च को झूठी नौकरी का झांसा देकर मस्कट भेज दिया था। रानी ने राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा किए गए प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने तत्परता के साथ काम किया और विदेश मंत्रालय की मदद से रानी को वापस लाने में सफल रहे। लेकिन रानी के मुताबिक हर कोई उनकी तरह खुशनसीब नहीं होता। पंजाब की कई महिलाएं हैं जो खाड़ी देशों में फंसे रहने पर मजबूर हैं और उनके भारत लौटने की कोई उम्मीद नहीं है।

ओमान समेत खाड़ी देशों में नरक जैसी हालत झेलने पर मजबूर

खाड़ी देश ओमान के मस्कट में दो महीने बिताने के बाद हाल ही में स्वदेश लौटीं रानी ने कहा कि पंजाब की जिन महिलाओं को नौकरी (‘घरेलू नौकरानी’ या ‘केयरटेकर’ का काम) देने के बहाने ओमान ले जाया जा रहा था, उन्हें वहां के स्थानीय लोगों को कथित तौर पर बेचा जा रहा है। इसके अलावा उन्हें जीवित रहने के लिए कथित तौर पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है।

खाड़ी देशों में फंसी हैं पंजाब की कई महिलाएं, बचाव का इंतजार

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते रानी ने कहा कि पंजाब की 35 अन्य अविवाहित/विवाहित युवतियों का एक समूह जिन्हें भारत में ट्रैवल एजेंटों ने धोखा दिया था वह अब खाड़ी देश में फंसी हुई हैं और अपने बचाव के लिए इंतजार कर रही हैं। उनके मुताबिक, वहां फंसी महिलाओं के ऐसे और भी कई समूह हैं। रानी ने आरोप लगाया कि इन सभी कमजोर महिलाओं को वहां उतरने के बाद पीटा जाता है, धमकाया जाता है और अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है। जो विरोध करती हैं उन्हें कई दिनों तक भूखा रखा जाता है।

ज्यादा पैसा कमाने के लालच देकर शिकार करते हैं एजेंट

रानी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मेरी आंटी ने कहा कि मैं एक अस्पताल में ‘केयरटेकर’ के रूप में काम करते हुए ओमान में अच्छी कमाई कर सकती हूं।” 30,000 रुपये प्रति माह वेतन के वादे के साथ अनपढ़ रानी को टूरिस्ट वीजा पर वहां (खाड़ी) भेजा गया था। रानी ने कहा कि उसकी ट्रैवल एजेंट आंटी ने उससे 70,000 रुपये लिए और फिर उसने मस्कट में अन्य एजेंटों के साथ उसे 1.50 लाख रुपये में कुछ स्थानीय लोगों को बेच दिया।

एजेंट ने पासपोर्ट और फोन छिनकर कमरे में कैद किया

रानी ने कहा, “जब मैं 16 मार्च को वहां पहुंची, तो वहां के एजेंटों ने मेरा पासपोर्ट और फोन ले लिया और मुझे एक कमरे में बंद कर दिया गया। मुझे खाना नहीं दिया गया। बाद में मैंने पाया कि पंजाब की 35 अन्य महिलाएं भी वहां बंद थीं। मुझे उनके साथ रखा गया था। जब मैंने एजेंटों से कहा कि मुझे ‘वादा’ की गई कार्यवाहक नौकरी के लिए अस्पताल भेज दें, तो वे मुझे अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर करने लगे, जिसका मैंने विरोध किया और साफ मना कर दिया। मना करने की कीमत चुकानी पड़ी क्योंकि उन्होंने मुझे बेरहमी से पीटा।”

जिंदा रहने के लिए दिन में बस एक बार थोड़ा सा खाना

रानी ने किसी तरह अपनी आंटी से संपर्क किया और उससे पूछा कि उसके साथ ऐसा क्यों किया? इस पर आंटी ने कहा कि वे (वहां के एजेंट) जो कुछ भी कहें वह करो। रानी ने कहा कहा, “मेरी तरह ही पंजाब की 35 और महिलाएँ एक जैसी हालत का सामना कर रही हैं। मस्कट में फंसी इन महिलाओं को एक दिन में थोड़ा भोजन दिया जाता है ताकि वे मर न जाएं।” यह पूछे जाने पर कि जब मीडिया और सोशल मीडिया में इस तरह की नकारात्मक खबरें सामने आती हैं तो वह वहां क्यों गईं, रानी ने कहा कि उन्हें ऐसी खबरों की जानकारी नहीं है क्योंकि वह पढ़ी-लिखी नहीं हैं।

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पंजाब सरकार से धोखाधड़ी के खिलाफ जागरूकता अभियान की मांग

रानी ने कहा, ‘पंजाब सरकार को राज्य में इस तरह की धोखाधड़ी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। गरीब और अशिक्षित महिलाएं बैठी हैं। वे ऐसे एजेंटों के मुख्य लक्ष्य हैं जो खुले तौर पर घूम रहे हैं और बेधड़क तरीके से काम कर रहे हैं।’ रानी ने कहा, ‘अपनी पांच साल की बेटी का भविष्य सुरक्षित करने के लिए मस्कट गई थीं। हम कपूरथला में किराए के मकान में रहते हैं। मेरे पति एक टैक्सी ड्राइवर हैं और हमारे लिए गुज़ारा करना मुश्किल है।”

सीचेवाल की मदद से 5 दिन में मस्कट से वापस लौट पाई रानी

रानी को वापस लाने के लिए रानी के पति 16 मई को सांसद सीचेवाल से मिले और उनके प्रयासों से वह पांच दिनों के भीतर भारत लौट सकी। सीचेवाल ने कहा, ’16 मई को रानी के पति ने मेरी टीम से संपर्क किया। उसी दिन हमने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर उसे वापस लाने के लिए मदद मांगी थी।” रानी के भारत पहुंचने के बाद सीचेवाल ने उन्हें वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय का शुक्रिया अदा किया।

सांसद सीचेवाल ने केंद्र से की निगरानी और कड़ी कार्रवाई की अपील

इस बीच, सीचेवाल ने केंद्र से ऐसे बेईमान ट्रैवल एजेंटों पर नजर रखने और उन पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि इनमें से ज्यादातर महिलाओं से ट्रैवल एजेंटों द्वारा दो साल के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करवाए जाते हैं जो उनकी वापसी के रास्ते में आ जाता है। चूंकि ये महिलाएं अशिक्षित होती हैं, इसलिए इन्हें फंसाना आसान होता है। सीचेवाल ने कहा कि शर्त पूरी नहीं होने पर उनके गरीब परिवारों से उन्हें भारत वापस भेजने के लिए लाखों रुपये की मांग की जाती है।