Badaun Gangrape-Murder Case: बदायूं के उसहैत इलाके में सड़क किनारे प्लास्टिक की थैलियों में लिपटी दो महिलाओं के शव मिलने के एक हफ्ते बाद पुलिस ने इस मामले में सोमवार को सात लोगों को गिरफ्तार किया। ये सभी पास के एक कोल्ड स्टोरेज से जुड़े हैं जहां दोनों महिलाएं मजदूर के रूप में काम करती थीं।

गैंगरेप, मर्डर और सबूत मिटाने के मामले में सात आरोपी गिरफ्तार

बदायूं पुलिस ने ठेकेदार इबल हसन और कोल्ड स्टोरेज संचालक अजय शर्मा और मुकेश पाल समेत तीन लोगों पर बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया है। कोल्ड स्टोरेज के मालिक मयूर गुप्ता और तीन अन्य पर सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया गया है। बदायूं के पुलिस अधीक्षक (SP) ओपी सिंह ने कहा, “अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, इस मामले में अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।”

सड़क किनारे मिले थे प्लास्टिक की थैलियों में लिपटे दो महिलाओं के शव

पिछले मंगलवार (4 जुलाई) को लोगों ने प्लास्टिक की थैलियों में लिपटे दो महिलाओं के शव सड़क किनारे पड़े देखे। शुरुआत में शवों की पहचान नहीं की जा सकी और उनकी तस्वीरें प्रसारित की गईं। दो दिन बाद महिलाओं के परिवार के लोगों ने उनके कपड़ों से उनकी पहचान की और पुलिस को पता चला कि वे दोनों पास के कोल्ड स्टोरेज में मजदूर के रूप में काम करती थीं।

ठेकेदार, कोल्ड स्टोरेज के मालिक, संचालकों और मजदूरों की गिरफ्तारी

पुलिस के मुताबिक, उन्हें एक सूत्र के जरिए इस मामले में ठेकेदार हसन और कोल्ड स्टोरेज संचालकों अजय शर्मा और मुकेश पाल की संलिप्तता के बारे में पता चला। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “पूछताछ के दौरान उन्होंने कहा कि महिलाओं में से एक हसन के साथ रिश्ते में थी। एक दिन उसने उसे कोल्ड स्टोरेज के एक कमरे में बुलाया। महिला अपनी सहेली के साथ आई थी। कमरे में मौजूद अजय शर्मा और मुकेश पाल ने उनके साथ यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की। जब दोनों महिलाओं ने शोर मचाया तो उन्होंने उनका गला घोंट दिया।”

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रात भर पानी की टंकी में छुपाया, सुबह 20 किलोमीटर दूर फिंकवाया शव

पुलिस अधिकारी ने कहा, “आरोपियों ने हत्या के बाद शुरुआत में शवों को एक कमरे में रखा और बाद में रात में उन्हें पानी की टंकी में फेंक दिया। अगले दिन, जब मालिक मयूर गुप्ता को पानी की टंकी के अंदर शव मिले तो उन्होंने तीन लोगों रामवीर यादव, रतन लाल और प्रदीप की मदद से शवों को प्लास्टिक की थैलियों में लपेट दिया और कोल्ड स्टोरेज से 20 किलोमीटर दूर एक सड़क के पास फेंक दिया।”