सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पिछले कुछ समय से काफी वायरल हो रही है। इस तस्वीर में एक शख्स गाड़ी की अगली सीट पर एक डेड बॉडी को रखकर गाड़ी चला रहा है। इस तस्वीर को देखने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बताया जा रहा है कि इस तस्वीर में गाड़ी चला रहा शख्स अपनी बेटी की लाश को अगली सीट पर रखे हुए है और उसने डेड बॉडी को सीट बेल्ट से बांध दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह तस्वीर राजस्थान के कोटा की है। बताया जा रहा है कि डेड बॉडी को 85 किलोमीटर तक ले जाने के लिए एंबुलेंस ड्राइवरों ने 16000-35000 रुपए तक की डिमांड की थी। मृत लड़की के पिता पैसे देने की हालत में नहीं थे जिसके बाद वो अपनी ही गाड़ी में मृत बेटी का शव ले जाने के लिए मजबूर हो गए। तस्वीरें वायरल होने के बाद प्रशासन इस मामले की तफ्तीश में जुटा हुआ है।

विस्तृत जानकारी के मुताबिक सीमा नाम की यह लड़की मूल रूप से झालवाड़ जिले की रहने वाली थीं। कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद वो कोटा के एक अस्पताल में भर्ती हुई थीं। बीते रविवार (23 मई, 2021) को उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि सीमा के पिता ने बेटी के शव को ले जाने के लिए कुछ एंबुलेंस ड्राइवरों से संपर्क किया था। लेकिन उनसे अलग-अलग एंबुलेंस ड्राइवरों ने 16,000-35,000 रुपए तक की मांग की थी।

पैसे दे पाने में असमर्थ पिता ने मजबूर होकर अपनी बेटी की लाश को किसी तरह अपनी कार की अगली सीट पर रखा और फिर सीट बेल्ट से उसे बांध दिया। वो खुद अपनी कार ड्राइव कर झालावाड़ गए। इधर इस घटना की तस्वीरें वायरल होने के बाद कोटा के कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि ‘हम इस मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं। मृतक लड़की के पिता से उन ड्राइवरों के बारे में जानकारी मांगी गई है जिन्होंने शव ले जाने के बदले में अनुचित पैसों की डिमांड की थी।’

इधर कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में सीमा के इलाज में अस्पताल की तरफ से लापरवाही की बातें भी सामने आ रही हैं। ‘न्यूज 18’ की खबर के मुताबिक सीमा के मामा ने कहा है कि उनकी भांजी को आईसीयू में हाई फ्लो ऑक्सीजन पर रखा गया था। कुछ दिनों पहले उन्हें सामान्य वार्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा गया।

परिजन ने डॉक्टरों से गुहार लगाई थी कि सीमा को हाईफ्लो ऑक्सीजन की जरुरत है और उन्हें आईसीयू में ही रहने दिया जाए लेकिन अस्पताल ने उनकी नहीं सुनी थी। सामान्य वार्ड में ऑक्सीजन की सप्लाई ठीक से नहीं हो पा रही थी और बाद में सीमा की तबीयत बिगड़ने लगी और फिर उनकी मौत हो गई। यह भी कहा जा रहा है कि सीमा की डेड बॉडी को वार्ड से बाहर लाने के लिए भी पैसों की डिमांड की गई थी।