‘नंगा करने के बाद बांध कर पीटा गया’…नशा मुक्ति केंद्र से भागे एक शख्स ने अपनी आपबीती जब पुलिस वालों को सुनाई तो पुलिस भी दंग रह गई। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और इसकी जांच की जा रही है। यह मामला राजस्थान के श्रीगंगानगर की है। यहां के एक नशा मुक्ति केंद्र से हाल ही में एक युवक फरार हो गया।
सेंटर से फरार होने के बाद यह युवक सीधे अपने घर पहुंचा और उसने अपने परिवार वालों को पूरी कहानी बताई। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने इस मामले में थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया। थाने में नशा मुक्ति केंद्र खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए इस युवक ने कहा कि ‘नशे की लत छुड़ाने के लिए केंद्र के लोग पीड़ित का खान बंद कर देते हैं। अगर मरीज जिद करे तो नशा केंद्र के लोग मरीज के कपड़े फाड़कर नंगा कर देते हैं। इसके बाद मरीज को बांध दिया जाता है। इस दौरान केंद्र के कर्मचारी मरीजों की जबरदस्त तरीके से पिटाई भी करते हैं।’
आरोप है कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक पीडितों के घर से आने वाला सामान जैसे काजू, ड्राई फ्रूट, मिठाई आदि पौष्टिक चीजों में से कुछ भी खाने को नहीं देते हैं। सारा सामान नश मुक्ति केंद्र के संचालक और स्टॉफ यूज करते हैं। साथ ये भी आरोप है कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक खुद मरीजों के सामने लगभग हर रोज शराब पीते हैं।
एक नशा मुक्ति केंद्र पर इस तरह का आरोप लगने के बाद यहां पुलिस हरकत में आ गई है। हनुमानगढ़ के बसीर गांव के रहने वाले पीड़ित युवक ने अपनी शिकायत सदर थाने में दर्ज कराई है। उसने केंद्र के संचालक विक्रम बेनीवाल, कल्याण सिंह और राजेंद्र गोदारा के खिलाफ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना की बात अपनी शिकायत में कही है।
शिकायत दर्ज होने के बाद थाने के एएसआई मोहर सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि युवक की शिकायत पर फिलहाल मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शिकायत की जांच हर एंगल से की जा रही है और केंद्र में रह रहे अन्य मरीजों से भी जल्दी ही पूछताछ की जाएगी।