पंजाब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रवक्ता गुरविंदर सिंह बाली और उनके बेटे विश्वजीत सिंह को सेक्टर 35 में एक चीनी मूल की महिला के साथ संपत्ति धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गुरविंदर सिंह बाली पंचकूला के सेक्टर 7 के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि वे तीन दिन की पुलिस हिरासत में हैं।
जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ के सेक्टर 35 में रहने वाली एक विधवा और एक वरिष्ठ नागरिक महिला जेनी ली द्वारा दर्ज की गई शिकायत के बाद गुरविंदर सिंह बाली और उनके बेटे विश्वजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों ने कहा कि जब सहायक उप-निरीक्षक (ASI) मुकेश कुमार की एक टीम बाली और उनके बेटे को उनके घर पर गिरफ्तार करने गई, तो बाली ने अपने पॉलिटिकल कनेक्शन से एएसआई मुकेश को प्रभावित करने की कोशिश की थी।
पुलिस अधीक्षक (EoW) केतन बंसल ने कहा “हमने एक चीनी मूल की महिला के साथ 28 लाख रुपये की संपत्ति धोखाधड़ी करने के आरोप में बाली और विश्वजीत को गिरफ्तार किया है। महिला अब सेक्टर-35 में रहती है और उसे अब भारतीय नागरिकता मिल चुकी है।
एसपी केतन बंसल ने कहा कि शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि एक सुनियोजित साजिश के तहत बाली ने अगस्त, 2013 में सेक्टर 35 में दो मंजिला घर की सबसे ऊपरी मंजिल के लिए उसके साथ रेंट एग्रीमेंट किया। बाद में, बाली ने अपने बेटे विश्वजीत सिंह के नाम पर महिला के साथ एक और रेंट एग्रीमेंट किया। कुछ महीनों के बाद, दोनों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर किराए की संपत्ति पर मालिकाना हक का दावा किया।
पुलिस ने कहा कि जांच से पता चला कि एक फर्जी रेंट एग्रीमेंट किया गया था, जिससे पीड़िता अनजान थी और इस एग्रीमेंट के गवाह आरोपी को जानते थे लेकिन महिला को नहीं जानते थे। सूत्रों ने बताया कि एग्रीमेंट के मुताबिक विश्वजीत ने महिला को 28 लाख रुपये दिए थे लेकिन महिला को पैसे नहीं मिले। सेक्टर 36 थाने में मामला दर्ज किया गया है। गुरविंदर सिंह बाली को एक बार 2019 में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था और वह शिरोमणि अकाली दल (SAD) में शामिल हो गए, बाद में कांग्रेस में लौट आए। अप्रैल 2022 में उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। 29 अगस्त को पिता-पुत्र को कोर्ट में पेश किया जाएगा।