पंजाब में जहरीली शराब पीकर मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार रात (10 बजे तक का आंकड़ा) बढ़कर 38 हो गया। समाचार एजेंसी PTI ने अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी, जबकि इससे पहले शाम तक यह आंकड़ा 21 था। इसी बीच, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा मजिस्ट्रेट जांच के आदेश के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने सात लोगों को अरेस्ट किया है, जिन पर जहरीली शराब बनाने का आरोप है।
जालंधर के डिविजनल कमिशनर को इस मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं। ये मौतें अमृतसर के बटाला और तरणतारण में बताई जा रही हैं। इससे पहले खबर थी कि बटाला में जहरीली शराब पीने से बटाला में 7 लोगों की मौत हुई है लेकिन अब अलग-अलग जगहों पर कुल मिलाकर मौत का यह आकंड़ा 21 पर पहुंच गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इस मामले में थाना तरसिक्क के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि 29 जून यहां सबसे पहले अमृतसर ग्रामीण के थाना तरसिक्क में मुच्छल और तंग्रा में 5 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद 30 जुलाई की शाम मुच्छल गांव में 2 और लोगों की मौत हुई। इसके बाद 2 अन्य मौतें भी मुच्छल में ही हुईं।
जबकि दो लोगों की मौत बटाला शहर में हुई। शुक्रवार (31-07-2020) को फिर बटाला में पांच लोगों की मौत हुई है। यानी अब तक बटाला में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा तरनतारन में चार लोगों की मौत हुई है।
मुच्छल गांव में हुई मौतों के बारे में पुलिस ने बताया कि पंजाब के अमृतसर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर मुच्छल गांव में बृहस्पतिवार को नकली देसी शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जान गंवाने वाले सभी लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों से ताल्लुक रखते थे। मृतकों में से एक की पहचान कुलदीप सिंह (24) के रूप में हुई है। इस बीच, मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक की निगरानी में चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। यह भी खबर आ रही है कि इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार भी किया गया है।